Move to Jagran APP

दूसरे दिन भी हड़ताल पर फार्मासिस्ट, दवा के लिए मरीजों की लगी लंबी लाइनें

नागरिक अस्पताल के फार्मासिस्ट दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे। चार दिन बाद दवा काउंटर तो खुले लेकिन मरीजों की लंबी लाइनें लगी। सोमवार को दवा नहीं मिलने के कारण मरीज सुबह सात बजे ही काउंटर पर खड़े हो गए।

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Aug 2019 08:40 AM (IST)Updated: Wed, 28 Aug 2019 08:40 AM (IST)
दूसरे दिन भी हड़ताल पर फार्मासिस्ट, दवा के लिए मरीजों की लगी लंबी लाइनें
दूसरे दिन भी हड़ताल पर फार्मासिस्ट, दवा के लिए मरीजों की लगी लंबी लाइनें

जागरण संवाददाता, जींद : नागरिक अस्पताल के फार्मासिस्ट दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे। चार दिन बाद दवा काउंटर तो खुले, लेकिन मरीजों की लंबी लाइनें लगी। सोमवार को दवा नहीं मिलने के कारण मरीज सुबह सात बजे ही काउंटर पर खड़े हो गए। करीब आठ बजे पांच ट्रेनिग ले रहे युवाओं को दवा वितरण पर लगाया। युवाओं के पास अनुभव नहीं होने के कारण दवा वितरण का कार्य धीमा चला। मरीजों का करीब दो से तीन घंटे में नंबर आया, लेकिन इसके बाद भी सभी दवाइयां नहीं मिली। इस कारण मरीजों को अधिकतर दवाइयां बाजार से खरीदनी पड़ी।

loksabha election banner

स्टोर से नहीं मिली दवाइयां

अस्पताल प्रशासन ने मंगलवार को दवा काउंटर तो खुलवा दिया, लेकिन मरीजों की संख्या के हिसाब से पर्याप्त स्टॉक नहीं था। फार्मासिस्ट हड़ताल पर होने के कारण स्टोर से नई दवा काउंटर के लिए नहीं मिल पाई।

दो दिन से काट रहा चक्कर : सत्यवान

गांव अहिरका निवासी सत्यवान ने बताया कि दो दिन से दवा लेने के लिए चक्कर लगा रहा हूं। सुबह आठ बजे लाइन में लगा था, लेकिन 11 बजने के बाद भी नंबर नहीं आया है। लाइनों में धक्का मुक्की होने के कारण कई मरीजों की हालात खराब हो चुकी है।

पूरी दवा नहीं मिली : रामनिवास

रामनिवास ने बताया कि घंटों लाइन में लगने के बाद भी मरीजों को नाममात्र की ही दवा मिल रही है। डाक्टर की लिखी सभी दवाइयां नहीं मिलने के कारण मरीजों को बाहर से लेनी पड़ रही है।

कर्मचारी संगठनों ने किया धरने का समर्थन

एसोसिएशन गवर्नमेंट फार्मासिस्ट ऑफ हरियाणा के आह्वान पर मंगलवार को फार्मासिस्टों ने हड़ताल करके सिविल सर्जन कार्यालय के बाहर जिला प्रधान मनीराम के नेतृत्व में धरना दिया। इस दौरान दूसरे कर्मचारी संगठनों ने उनके धरने का समर्थन किया। जिला प्रधान मनीराम ने कहा कि उनकी मुख्य मांग 4600 रुपये पे ग्रेड की है। फार्मासिस्ट वर्ग स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ है। डॉक्टरों की कमी व अनुपस्थिति के चलते पीएचसी व सीएचसी जैसी स्वास्थ्य संस्थाओं को संचालित कर रहा है। इस अवसर पर बलबीर श्योराण, पवन जैन मौजूद थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.