फिल्म पानीपत के विरोध में उतरे लोग, सिनेमा हॉल से फिल्म हटी
बॉलीवुड फिल्म पानीपत का विरोध शुरू हो गया है। फिल्म में दिखाए राजा सूरजमल के बारे में आपत्तिजनक तथ्यों को लेकर जाट संगठनों व युवाओं ने रोष जताया।
जागरण संवाददाता, जींद : बॉलीवुड फिल्म पानीपत का विरोध शुरू हो गया है। फिल्म में दिखाए राजा सूरजमल के बारे में आपत्तिजनक तथ्यों को लेकर जाट संगठनों व युवाओं ने रोष जताया। जिलेभर में कई स्थानों पर रोष जताते हुए फिल्म पर रोक लगाने व फिल्म निर्देशक के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग को लेकर सरकार के नाम अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। हालांकि विरोध को देखते हुए जींद के सिनेमा हॉल में फिल्म हटा दी गई है। मंगलवार को अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने जाट धर्मशाला में बैठक कर फिल्म में दिखाए तथ्यों पर नाराजगी दिखाई और जिला प्रशासन से सिनेमा घरों में फिल्म दिखाने पर रोक लगाने की मांग की। जिला प्रधान रिटायर्ड कैप्टन वेदप्रकाश बरसोला ने कहा कि फिल्म में महाराजा सूरजमल के के चरित्र व सम्मान को नीचा दिखाने के लिए उनके बारे में तथ्यों को गलत तरीके से तोड़-मरोड़ कर दिखाया गया है। इससे पूरे उत्तर भारत में लोगों में रोष है। फिल्म निर्माता पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। अगर सरकार व प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं करता है, तो अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति कोई बड़ा फैसला लेगी।
छात्रों ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
जींद : वहीं राजकीय पीजी कॉलेज के छात्रों ने फिल्म के विरोध में तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। छात्र सचिन, संदीप, नरवीर, सोनू, अमरजीत, अमित व अन्य छात्रों ने बताया कि फिल्म के बहाने आपसी भाईचारा खराब करने की साजिश है। राजा सूरजमल का इतिहास गौरवशाली रहा है। लेकिन पानीपत फिल्म में इसके उल्ट ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ कर एक तरह से विलेन की भूमिका में प्रस्तुत किया है। महापुरुषों के अपमान पर सरकार भी चुप है। फिल्म पर रोक लगाई जाए और फिल्म निर्माता पर मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाए। वहीं जयति जयति हिदू महान संगठन ने महाराजा सूरजमल के अपमान को सहन न करते हुए ऐसा दृश्यों का घोर विरोध करते हुए और आक्रोश प्रकट करते हुए सिनेमा रेड रॉक्स को अपना विरोध दर्ज करवाया और फिल्म दिखाए जाने पर रोष जताते हुए फिल्म को पूर्णतया तुरंत बंद करने की मांग की। जिस पर सिनेमा हॉल मालिकों ने फिल्म को दिखाना बंद कर दिया।