गोशाला निर्माण के लिए उपलब्ध करवाई जाएगी पंचायती जमीन : श्रवण गर्ग
हरियाणा गोसेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने कहा कि जो भी गोशाला संचालन समिति पंचायतों से प्रस्ताव पारित करवाकर देगी उसे गोचरण पंचायती या शामलात भूमि नई गोशाला निर्माण के लिए उपलब्ध करवाई जाएगी।
संवाद सूत्र, सफीदों: हरियाणा गोसेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने कहा कि जो भी गोशाला संचालन समिति पंचायतों से प्रस्ताव पारित करवाकर देगी, उसे गोचरण, पंचायती या शामलात भूमि नई गोशाला निर्माण के लिए उपलब्ध करवाई जाएगी। वे बुधवार को पुरानी अनाज मंडी स्थित अपने कैंप आफिस में गोभक्तों की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
श्रवण गर्ग ने कहा कि गोशालाओं में सौर ऊर्जा संयंत्र, बायोगैस संयंत्रों की स्थापना और जैविक खाद का उत्पादन करने की व्यवस्था की जाएगी। गोबर से जैविक खाद बनाने के लिए गौशालाओं में वर्मी कम्पोस्टिग के लिए आवश्यक कार्ययोजना तैयार की जाएगी ताकि बागवानी विभाग इस जैविक खाद को खरीद करके प्रयोग कर सके। इससे जहां जैविक खेती को बढ़ावा भी मिलेगा, वहीं जमीन की उर्वरकता शक्ति भी बढ़ेगी। प्रदेशभर में लगभग 624 गोशालाएं संचालित हैं, जिनमें 4 लाख 50 हजार गोवंश का पालन हो रहा है। पहले चरण में 335 गोशालाओं में सोलर पावर प्लांट लगाए गए तथा दूसरे चरण में 225 गोशालाओं में प्लांट लगाए जाएंगे। सड़कों पर एक भी गाय ना रहे, इसके लिए योजनाबद्ध तरीके से गायों को गोशालाओं में भिजवाया जा रहा है और नई गोशालाएं बनाने के साथ गोशालाओं का विस्तार भी किया जा रहा है। गाय हमारी संस्कृति है और इसे आगे बढ़ाना सरकार के साथ-साथ हमसब का दायित्व है। गोशालाओं को पहले भी समाज चलाता था और अब भी सफलतापूर्ण संचालन हो रहा है, सरकार इन गोशालाओं को आगे बढ़ाने व गो उत्पाद तैयार करने में हरसंभव सहयोग प्रदान कर रही है। गोमाता की रक्षा होगी, तभी देश, प्रदेश व समाज तरक्की करेगा। हरियाणा में 57 नंदीशाला बनाई गई हैं, जिनमें इन बेसहारा नंदियों को रखने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने गोभक्तों से कहा कि किसी गोशाला में सोलर प्लांट लगा नहीं हुआ है तो उन गोशालाओं के प्रतिनिधि गोवंश के हिसाब से सोलर प्लांट की क्षमता के हिसाब से आवेदन आयोग को भेज सकते हैं। जिन गोशालाओं में सोलर प्लांट की क्षमता कम है, उनकी क्षमता को बढ़ावा दिया जाएगा। कोई व्यक्ति या डेयरी संचालक पशुओं को आवारा छोड़ता है तो उस पर भी गोभक्त पूरी निगरानी रखें और उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाए। बेसहारा गोवंश की टैगिग का कार्य भी निरंतर जारी है। उन्होंने गोभक्तों से कहा कि सड़कों पर घूमने वाले बेसहारा गोवंश को गोशालाओं में उनकी क्षमता के अनुसार रखा जाए।