प्रतिकूलता से नहीं झुकने वाला हमेशा तरक्की करता
आचार्य पवन शर्मा ने कहा कि लक्ष्य स्पष्ट हो उसको पाने की उत्कंठा तीव्र हो उत्साह अद्म्य हो तो व्यक्ति अकेला भी बहुत कुछ कर सकता है।
जागरण संवाददाता, जींद : आचार्य पवन शर्मा ने कहा कि जो प्राणी मुश्किलों से घबराता नहीं, प्रतिकूलता के सामने झुकता नहीं, दु:ख को भी प्रगति की सीढ़ी बना लेता है। उसके साहस को देखकर असफलता भी घुटने टेक देती है। इसीलिए तो उपनिषद कहते हैं, चलते रहो, बढ़ते रहो, निरंतर प्रगतिशील बने रहो। शर्मा रविवार को माता वैष्णवी धाम में प्रवचन करते हुए कही।
आचार्य पवन शर्मा ने कहा कि लक्ष्य स्पष्ट हो, उसको पाने की उत्कंठा तीव्र हो, उत्साह अद्म्य हो तो व्यक्ति अकेला भी बहुत कुछ कर सकता है। यह आवश्यक नहीं कि आपको सफलता प्रथम प्रयास में ही मिल जाए, जो आज शिखर पर पहुंचे हैं, वे भी कई बार गिरे हैं।
इस अवसर पर सुनील मिगलानी, महेश मिगलानी, नीरज मिगलानी एडवोकेट, अनिल माटा, चरणजीत भयाना, चिराग भयाना, दीपांशु मिगलानी, इशांत मिगलानी, विदित मिगलानी, श्याम छाबड़ा, स्पर्श सिगला, मंगल आहुजा, राजकुमार डंग उपस्थित थे।