बेफिक्र होकर घर से निकलें, सामान्य हुई रोडवेज सेवा
अगर आपको किसी दूसरे जिले में या कहीं और यात्रा करनी है तो इसके लिए आप रोडवेज बस का सहारा ले सकते हैं क्योंकि रोडवेज की बस सेवा अब बहाल हो गई है और कोरोना के कारण पटरी से उतरी व्यवस्था अब फिर से पटरी पर आ चुकी है।
जागरण संवाददाता, जींद : अगर आपको किसी दूसरे जिले में या कहीं और यात्रा करनी है तो इसके लिए आप रोडवेज बस का सहारा ले सकते हैं, क्योंकि रोडवेज की बस सेवा अब बहाल हो गई है और कोरोना के कारण पटरी से उतरी व्यवस्था अब फिर से पटरी पर आ चुकी है। वीरवार को जींद डिपो से पहली बार 25 रोडवेज बसें रूटों पर उतरी और गुरुग्राम, चंडीगढ़ समेत लोकल रूटों पर यात्रियों को लेकर गई। हालांकि पिछले 15 दिनों से रोडवेज बसों के पहिए घूम रहे हैं लेकिन पंचकूला, रोहतक को छोड़ बाकी किसी भी रूट पर यात्री नहीं मिल रहे थे, इसलिए चार-पांच बसें ही चल पा रही थी। अब अंतरजिला ही नहीं, लोकल रूटों पर भी बसों का पहिया घूमने लगा है।
अंतरजिला और लोकल रूटों पर बसें चलाने को लेकर मुख्यालय से अनुमति मिलने के बाद जींद डिपो ने रूट प्लान बनाया और जिन रूटों पर यात्रियों की संख्या अधिक रहती थी, उन रूटों पर बस सर्विस फिर से शुरू कर दी। वीरवार को सुबह 6 बजे गुरुग्राम के लिए निकली बस में 19 यात्री सवार थे। चंडीगढ़ की बस में भी 17 यात्री सवार थे। अंतरजिला के लिए जींद डिपो से हिसार, कुरुक्षेत्र, सिरसा, पानीपत, भिवानी, रोहतक, पंचकूला के लिए बसें निकली, जिनमें यात्रियों की संख्या ठीक-ठाक रही। पंचकूला और रोहतक तथा हिसार के लिए सीटें फुल होने लगी हैं।
लोकल रूटों पर यात्रियों की दरकार
अंतरजिला रूटों पर तो यात्रियों की संख्या खूब होने लगी है लेकिन लोकल रूटों पर अभी भी यात्रियों की दरकार है। जींद से नरवाना और सफीदों तथा असंध रूट पर यात्री अपेक्षाकृत बहुत कम मिल पा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र में भी अब बसें जाने लगी हैं। जींद से छात्तर, जींद से डाहौला, जींद से अलेवा, जींद से गामड़ा गांवों में बसें जाने लगी हैं, जो रात को वहीं रूककर सुबह गांव की तरफ से शहर की तरफ आती हैं। अभी तक इन बसों में यात्रियों की संख्या नहीं बढ़ पाई है।
बीच रास्तों से भी बैठ सकेंगे यात्री
डीआइ सुरेंद्र लाठर ने बताया कि अंतरजिला जाने वाली बसों में बीच रास्ते आने वाले बस अड्डों से भी यात्री बसों में बैठ सकेंगे और उतर भी सकेंगे। जींद से रोहतक रूट पर जुलाना में नए बस अड्डे पर रुकेगी। यहां पर थर्मल स्केनिग की व्यवस्था कर दी है। रोडवेज बसों में थर्मल स्केनिग के बाद ही यात्रियों को बैठने दिया जा रहा है। इसके अलावा यात्री का मुंह पर मास्क लगाना भी अनिवार्य है।
बढ़ाई जाएगी बसों की संख्या : जीएम
जींद डिपो के जीएम बिजेंद्र हुड्डा ने कहा कि विभाग का प्रयास है कि यात्रियों को बेहतर परिवहन सुविधा मिले। अगर यात्रियों की संख्या बढ़ी तो फिर बसों की संख्या को बढ़ाने पर विचार किया जाएगा। सभी कर्मचारियों को ड्यूटी पर आने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। रूट पर चक्कर लगाने के बाद बसों को हर रोज सैनिटाइज किया जाता है। सुबह के अलावा शाम को भी दूसरे जिलों में बस सर्विस मिलेगी।