मानव महल में लगाइए मेडिटेशन रूपी कंप्यूटर : अचल मुनि
चातुर्मास में चल रही मानव महल की रचना को आगे बढ़ाते हुए अचल मुनि ने कहा कि मानव महल में कंप्यूटर लगाएंगे। आज का युग आधुनिक है। हर चीज इंसान को नई पंसद आती है। जिस तरीके से घरों में आजकल कंप्यूटर जरूरी है उसी तरीके से मानव महल में भी मेडिटेशन रूपी कंप्यूटर हो।
संवाद सूत्र, उचाना : चातुर्मास में चल रही मानव महल की रचना को आगे बढ़ाते हुए अचल मुनि ने कहा कि मानव महल में कंप्यूटर लगाएंगे। आज का युग आधुनिक है। हर चीज इंसान को नई पंसद आती है। जिस तरीके से घरों में आजकल कंप्यूटर जरूरी है उसी तरीके से मानव महल में भी मेडिटेशन रूपी कंप्यूटर हो।
मेडीटेशन में मेडिसिन भी कोसों दूर चली जाती है। कंप्यूटर नवीनतम उपकरण है तो ध्यान प्राचीनतम पद्धति है। कंप्यूटर ने पूरे विश्व को अपने में समेटा तो ध्यान ने समग्र जीवन का बारीकी से दर्शन करवाया। जिस तरह से कंप्यूटर बड़े-बड़े प्रश्नों को ¨मटों में हल करने की ताकत रखता है तो ध्यान भी तन, मन की कठिनतम समस्याओं को परेशानी से सुलझाने की क्षमता अपने में रखता हैं। शीतल मुनि ने कहा कि आज बोलने वाले का जमाना है। हर कोई बोलना चाहता है। सुनने को यहां कोई राजी नहीं है। सभी सुनाने को आतुर है। ज्याद बोलना बहस, विवाद, तनाव और झगेड़े को निमंत्रण देना है। अतिशय मुनि ने कहा कि जीवन की साधना कुछ इस तरह से बनाएं कि हर हाल में मस्त रहे। फूल अर्थी पर चढ़े या मंदिर पर हर हाल में महकता है। धुआं हवन का हो या श्मशान का धुआं के रंग में कोई फर्क नहीं पड़ता। इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।