राजस्थान पहुंचा टिड्डी दल, डीसी ने कहा- किसान रात को भी खेत में करें गश्त
पड़ोसी राज्य राजस्थान में टिड्डी दल के दस्तक देने के बाद जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। डीसी आदित्य दहिया ने कृषि विभाग के अधिकारियों को जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
जागरण संवाददाता, जींद : पड़ोसी राज्य राजस्थान में टिड्डी दल के दस्तक देने के बाद जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। डीसी आदित्य दहिया ने कृषि विभाग के अधिकारियों को जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। राजस्थान के झुंझनू, हनुमानगढ़ व अन्य जिलों में टिड्डी दल का प्रकोप है। राजस्थान की सीमाएं हरियाणा से लगती हैं। वहां से टिड्डी दल हरियाणा में आ सकता है। टिड्डी दल बहुत बड़े झुंड में चलता है। जहां से गुजरता है, वहां हरी फसलों और पेड़-पौधों के पत्तों को खा जाता है। डीसी ने बताया कि टिड्डी नामक कीट ग्रास हॉपर से मिलता-जुलता कीट है। इसका रंग गुलाबी व पीला होता है। पीले रंग का टिड्डी दल अंडे देने में सक्षम होता है। इसलिए पीले रंग के टिड्डी दल पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। सहायक पौधा संरक्षक अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि टिड्डी मिट्टी के अंदर अंडे देते हैं। अभी जींद जिले में टिड्डी का प्रकोप नहीं है। फिर भी किसानों को सतर्क रहने की जरूरत है। रात के समय भी खेत में गश्त करते रहें। खेतों में ड्रम या पीपे बजाकर टिड्डी दल को भगाया जा सकता है। इसके अलावा धुआं करके, नीमयुक्त कीटनाशक व क्लोपायरिफोस 50 प्रतिशत का 250 मिलीलीटर प्रति एकड़ के हिसाब से दवा का छिड़काव करके भी इसे कंट्रोल किया जा सकता है।
सूचना देने के लिए नंबर जारी
अगर कहीं टिड्डी दल दिखाई दे, तो सहायक पौधा संरक्षक अधिकारी के मोबाइल नंबर 7206077737, उपमंडल कृषि अधिकारी जींद के मोबाइल नंबर 9466263342, उपमंडल कृषि अधिकारी नरवाना 9416729206 व उपमंडल कृषि अधिकारी सफीदों के मोबाइल नंबर 8059289201 पर सूचना दे सकते हैं।