जून मलेरिया रोधी तथा जुलाई डेंगू रोधी माह के रूप में मनाया जाएगा : डीसी
जागरण संवाददाता, जींद : जून को मलेरिया रोधी तथा जुलाई को डेंगू रोधी माह के रूप में मानकर बचाव के लिए
जागरण संवाददाता, जींद : जून को मलेरिया रोधी तथा जुलाई को डेंगू रोधी माह के रूप में मानकर बचाव के लिए सार्थक कदम उठाए जाएंगे। डीसी अमित खत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए बताया कि इस अभियान के दौरान मलेरिया, जापानी बुखार, डेंगू, चिकनगुनिया से बचाव व रोकथाम के विभिन्न उपायों के बारे में लोगों को जागरूक करें।
उन्होंने कहा कि इन माह के दौरान पानी के सभी बर्तन, घड़ों व छत पर रखी टंकियों व टायरों को ढक कर रखें, ताकि उनमें मच्छर अपने अंडे न दे सकें। इस खड़े पानी में काला तेल डाला जाना चाहिए। लोगों को सचेत करें कि सप्ताह में एक बार कूलर के पानी को निकालकर उसे साफ कर लें। मच्छरदानी का प्रयोग करने की सलाह दें। डीसी ने जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे पेयजल के स्त्रोतों का निरीक्षण करते रहें। बूस्टर स्टेशनों के जरिए क्लोरीनेशन की जानी सुनिश्चित करें। पानी की पाइप लाइनों में लीकेज ना हो। लीकेज के कारण गंदा पानी पेयजल की पाइप लाइन में चला जाता है, जो डायरिया जैसी बीमारी का कारण बनता है। उन्होंने रोडवेज की वर्कशॉपों में नियमित रूप से फो¨गग करवाते रहने का सुझाव दिया। इस मौके पर नरवाना एसडीएम डॉ. किरण ¨सह, उचाना की एसडीएम शिल्पी पत्र व मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी शुभी केसरवानी उपस्थित रही।
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27 मलेरिया व 135 डेंगू के मिले थे केस
डिप्टी सिविल सर्जन डा. पालेराम कटारिया ने मी¨टग में बताया कि पिछले साल जिले में जून में मलेरिया के 27 केस पॉजिटिव पाए गए थे। पिछले साल डेंगू के 135 पॉजिटिव केस सामने आए। जिला के हाई रिस्क एरिया में फो¨गग करवाई जाती है। इस काम में नगर परिषद व नगरपालिकाओं का भी सहयोग लिया जा रहा है। स्थानीय निकायों में 26 फो¨गग की मशीनें उपलब्ध करवाई गई हैं। इसके अलावा प्रत्येक नगरपालिका व नगरपरिषद के पास एक-एक फो¨गग मशीन भी उपलब्ध है।