जींद के विधायक डॉ. हरिचंद मिड्ढा का निधन
जींद से लगातार दूसरी बार इनेलो के टिकट पर चुनाव जीतने वाले विधायक डॉ. हरिचंद मिड्ढा का रविवार सुबह निधन हो गया।
जेएनएन, जींद। जींद से लगातार दूसरी बार इनेलो के टिकट पर चुनाव जीतने वाले विधायक डॉ. हरिचंद मिड्ढा का रविवार सुबह निधन हो गया। वह चार दिन से दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती थे। रविवार शाम पौने छह बजे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। मुख्यमंत्री मनोहरलाल, वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा और दिग्विजय चौटाला सहित कई विधायकों ने उनकी अंतिम यात्रा में शामिल होकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
डॉ. हरिचंद मिड्ढा ने 23 अगस्त को दयालबाग कॉलोनी स्थित अपने अस्पताल में मरीजों को देख रहे थे, तभी दोपहर के समय उन्हें सांस की दिक्कत हो गई। परिवार दिल्ली ले गए। पहले बाईपास सर्जरी करवा चुके डॉ. मिड्ढा को जब अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया तो उनकी हार्ट बीट 30 थी। शुक्रवार को उनकी किडनी ने काम करना बंद कर दिया था। इसके बाद आईसीयू में लगातार डायलिसिस पर रखा गया।
शनिवार शाम को उनकी सेहत ठीक थी और परिजनों से बातचीत भी की। रविवार सुबह साढ़े छह बजे अचानक हार्ट स्ट्रोक आया, जिसके बाद उनकी हालत ज्यादा नाजुक हो गई। डॉक्टरों के काफी प्रयासों के बावजूद 8.10 बजे उनकी सांसें रुक गईं। रविवार दोपहर बाद करीब तीन बजे उनके पार्थिव शरीर जींद पहुंचा। स्वर्ग आश्रम में बेटे कृष्ण मिड्ढा ने मुखाग्नि दी।
2009 में बने थे विधायक
डॉ. हरिचंद मिड्ढा पहली बार 2009 में इनेलो के टिकट पर विधायक बने। इसके बाद 2014 में मोदी लहर में भी भाजपा प्रत्याशी पूर्व सांसद व मंत्री रहे सुरेंद्र बरवाला को कड़े मुकाबले में हराकर विधानसभा में पहुंचे। पार्टी के मजबूत संगठन के अलावा उनका बेहद विनम्र व्यवहार भी उनकी जीत का मुख्य कारण रहा।
राजनीतिक कम, सामाजिक व्यक्ति थे: सीएम
मुख्यमंत्री मनोहर लाल का कहना है कि डॉ. हरिचंद मिड्ढा आम लोगों के हमदर्द थे। उनकी कमी विधानसभा में भी महसूस होगी। वह राजनीतिक कम, सामाजिक व्यक्ति ज्यादा थे। अपनी चिकित्सा से सेवा के कारण लोगों के मन में बसे हुए थे।मैं हरियाणा सरकार की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं और प्रार्थना करता हूं कि भगवान उन्हें अपने चरणों में जगह दे और परिवार को इस असहनीय दुख को सहने की ताकत दे।