Jind News: दसवीं का सर्टिफिकेट निकला फर्जी, जिला पार्षद की सदस्यता पर लटकी तलवार
Jind Councilor Fake Documents जींद के वार्ड नंबर सात के जिला पार्षद की सदस्या पर तलवार लटकी हुई है। पार्षद का 10वीं कक्षा का सर्टिफिकेट फर्जी मिला है। अब मुख्यालय के स्तर पर इस पूरे मामले को लेकर फैसला किया जाएगा।
जींद, जागरण संवाददाता। वार्ड नंबर सात के जिला पार्षद अंग्रेज के दसवीं के शैक्षणिक दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं। इसके बाद उनकी सदस्यता रद करने के लिए जिला परिषद सीईओ द्वारा मुख्यालय को पत्र भेजा गया है। अब मुख्यालय के स्तर पर इसको लेकर फैसला होगा।
दरअसल, जिला परिषद के चुनाव के बाद वार्ड नंबर सात से ही चुनाव लड़े अनुराग खटकड़ ने इसको लेकर शिकायत की थी। इस पर विकास एवं पंचायत विभाग द्वारा मामले की जांच जिला परिषद के सीईओ को सौंपी थी। सीईओ ने जांच कर पत्र मुख्यालय को भेजा गया है। हालांकि, जिला पार्षद अंग्रेज का कहना है कि उनकी दस्तावेज सही हैं और वे जांच के दौरान दस्तावेज जमा भी करवा कर आए हैं। इसको लेकर उनके पास कोई पत्र नहीं आया है।
'मार्कशीट में नाम के अक्षर अन्य अक्षरों से अलग हैं'
इस मामले में निदेशालय द्वारा दो मई को पत्र भेज कर उनको अपना पक्ष रखने को कहा था। इसके लिए 12 मई को चंडीगढ़ स्थित निदेशक कार्यालय में बुलाया गया। अनुराग खटकड़ द्वारा 28 फरवरी को दी शिकायत में कहा गया है कि अंग्रेज द्वारा किसी अन्य व्यक्ति के दस्तावेजों के साथ छेड़खानी कर गलत तरीके से प्रयोग किए गए हैं। उनकी मूल जन्म तिथि 14 अप्रैल 1980 है। वहीं उनके द्वारा जमा करवाई गई मार्कशीट में नाम के अक्षर अन्य अक्षरों से अलग हैं। इनका आकार भी भिन्न है।
जांच में फर्जी मिला सर्टिफिकेट
आरोप है कि मार्कशीट पर जन्म तिथि 10 मई 1993 लिखी हुई है और यह बनावटी है। डीडीपीओ आरके चांदना के अनुसार जिला स्तर पर जांच कर पत्र मुख्यालय को भेजा गया है। इसमें शैक्षणिक योग्यता सही नहीं पाई गई है। अब इसका फैसला मुख्यालय स्तर पर ही होगा।
वहीं, इसको लेकर जिला पार्षद अंग्रेज का कहना है कि उनकी शैक्षणिक योग्यता सही है। उन्होंने हरियाणा ओपन बोर्ड से दसवीं की है। उन्हें जांच के लिए 12 मई को निदेशक कार्यालय में बुलाया था। वहां अधिकारी नहीं मिलने पर मैं दस्तावेज जमा करवा कर आया था, लेकिन इसके बाद मेरे पास कोई भी सूचना या पत्र नहीं आया है।