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कोरोनामुक्त होने से एक कदम दूर जींद जिला, एक मरीज स्वस्थ होने के बाद बचा मात्र एक एक्टिव केस

कोरोना संक्रमण के मामलों में दस दिन बाद अब फिर से जिला कोरोना मुक्त होने से मात्र एक कदम दूर रह गया है। शुक्रवार को कोरोना का एक मरीज स्वसथ हो गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 31 Jul 2021 07:45 AM (IST)Updated: Sat, 31 Jul 2021 07:45 AM (IST)
कोरोनामुक्त होने से एक कदम दूर जींद जिला, एक मरीज स्वस्थ होने के बाद बचा मात्र एक एक्टिव केस

जागरण संवाददाता, जींद : कोरोना संक्रमण के मामलों में दस दिन बाद अब फिर से जिला कोरोना मुक्त होने से मात्र एक कदम दूर रह गया है। शुक्रवार को कोरोना का एक मरीज स्वसथ हो गया, जिसके बाद मात्र एक केस एक्टिव रह गया है। राहत की बात यह भी है कि पिछले एक माह से किसी संक्रमित व्यक्ति की मौत नहीं हुई है।

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शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग को 339 लोगों की सैंपल रिपोर्ट मिली, इसमें कोई भी पाजिटिव केस सामने नहीं आया है और न ही किसी संक्रमित की मौत हुई। एक व्यक्ति कोरोना को मात देकर स्वस्थ हुआ है। जिले में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा 21190 तक जा चुका है, जिनमें से 20653 लोग कोरोना को हराकर स्वस्थ हो गए हैं और 546 लोग कोरोना के खिलाफ जंग में लड़ते हुए जिदगी की जंग हार गए। डिप्टी सिविल सर्जन डा. पालेराम कटारिया ने कहा कि संक्रमण पर पिछले तीन दिनों से ब्रेक लगा हुआ है तो एक माह में किसी संक्रमित व्यक्ति की मौत नहीं हुई है। जिले में अब केवल एक ही एक्टिव केस सक्रिय रह गया है। ऐसा पिछले दस दिनों में दूसरी बार हुआ है जब कोरोना संक्रमण का एक्टिव केस जिले में एक रह गया है।

रामफल दलाल बने रिटायर्ड कर्मचारी संघ के प्रधान

जींद वि : स्थानीय अक्षर भवन में शुक्रवार को रिटायर्ड कर्मचारी संघ ने बैठक की। इसकी अध्यक्षता आजाद पांचाल ने की और मीटिग का संचालन राजकुमार श्योकन्द ने किया। इसमें संघ का चुनाव किया गया, जिसमें सर्वसम्मति से रामफल दलाल को प्रधान चुना गया।

इसके अलावा सतपाल कुंडू को सचिव, दलबी सिंह को कोषाध्यक्ष और कर्ण सिंह राठी को उप-प्रधान चुना गया। बाकी पदों की भी जल्द नियुक्ति की बात कही गई। प्रेस प्रवक्ता सतबीर सिंह खटकड़ ने सरकार से मांग की है कि हरियाणा सरकार ने जनवरी 2020 से जुलाई तक और जनवरी 2021 का लंबित डीए जल्द लागू करने की मांग की गई। उन्होंने यह भी मांग की कि केंद्र सरकार से एक प्रतिनिधि मंडल के माध्यम बातचीत कर किसान आंदोलन को खत्म किया जाए। इस मौके छाज्जूराम नैन, राजेंद्र सैनी, मास्टर धर्मबीर सिंहमार, महेंद्र सिंह, सतपाल कुंडू, मास्टर कलीराम, मास्टर रामफल दलाल, दलबीर सिंह पटवारी, दरिया सिंह, महाबीर कानूनगो मौजूद रहे।


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