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रोहतक के लिए ---पुलिस की वर्दी में लूटपाट करने वाला गिरोह चढ़ा पुलिस के हत्थे

जागरण संवाददाता, जींद : पुलिस की वर्दी पहनकर लोगों को लूटने वाले गिरोह के चार बदमाशों क

By JagranEdited By: Published: Sat, 05 Aug 2017 03:01 AM (IST)Updated: Sat, 05 Aug 2017 03:01 AM (IST)
रोहतक के लिए ---पुलिस की वर्दी में लूटपाट करने वाला गिरोह चढ़ा पुलिस के हत्थे

जागरण संवाददाता, जींद : पुलिस की वर्दी पहनकर लोगों को लूटने वाले गिरोह के चार बदमाशों को सीआइए टीम ने उचाना क्षेत्र से काबू किया है। चारों आरोपियों घसो कलां गांव निवासी कश्मीरी, मनोहरपुर गांव निवासी प्रदीप, बरटा गांव निवासी योगेश्वर और जींद के राजेंद्रनगर निवासी सतीश को पुलिस ने नरवाना की अदालत में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया है।

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1 अगस्त को कैथल जिले के सिनद गांव निवासी जयप्रकाश एक लाख रुपये लेकर नरवाना उपमंडल के बेलरखां गांव में अपने मामा के पास जा रहा था। रास्ते में पुलिस की वर्दी में खड़े कुछ युवकों ने उससे पैसे छीन लिए। लूट की इस वारदात से नरवाना क्षेत्र में सनसनी फैल गई। उसके बाद सीआइए इंचार्ज सुरेंद्र कुमार के नेतृत्व में लूट गिरोह के बदमाशों को पकड़ने में लग गई। बृहस्पतिवार को मुखबिर की सूचना पर चारों बदमाशों को उचाना क्षेत्र से काबू कर लिया। सभी को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया गया, ताकि उनसे पुलिस की वर्दी और नकदी बरामद की जा सके। इस गिरोह के तीन सदस्य अभी भी फरार हैं।

दर्ज हैं कई मामले

इन चारों आरोपियों के खिलाफ जींद के अलावा दूसरे जिलों में भी पुलिस की वर्दी पहनकर लूट करने के मामले दर्ज हैं। इस गैंग का मास्टर माइंड कश्मीरी घसो कलां गांव का रहने वाला है। उसके अन्य साथी भी इन वारदातों में सहयोग देते हैं। ये लोगों के बीच अपने आदमियों से पैसे दोगुना करने का भी लालच देते हैं और जब कोई उनकी बातों में आकर पैसे लेकर पहुंचता है, तो वहां अपनी गाड़ी से पुलिस की वर्दी में पहुंच जाते हैं तथा पुलिस का रौब दिखाकर पैसे लेकर फरार हो जाते हैं। जींद के अलावा अन्य स्थानों पर भी कश्मीरी पर तीन मुकदमे दर्ज हैं। उसके साथी प्रदीप पर दो तथा सतीश पर पांच मुकदमे दर्ज हैं।

लगातार की जा रही थी छापेमारी

सीआइए टीम इंचार्ज सुरेंद्र ने बताया कि रोहतक पुलिस अधीक्षक और जींद के कार्यवाहक एसपी पंकज नैन के निर्देश पर डीएसपी कप्तान ¨सह के नेतृत्व में गिरोह को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी की रही थी। तभी इस गिरोह को दबोचा जा सका है।


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