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जींद प्रशासन ने जरूरी खाद्य वस्तुओं के रेट किए निर्धारित, ज्यादा वसूले तो होगी कार्रवाई

जिला प्रशासन ने कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते जिले में जरूरी खाद्य वस्तुओं की कालाबाजारी रोकने के लिए थोक व खुदरा भाव निर्धारित कर दिए हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 May 2021 08:06 AM (IST)Updated: Sun, 09 May 2021 08:06 AM (IST)
जींद प्रशासन ने जरूरी खाद्य वस्तुओं के रेट किए निर्धारित, ज्यादा वसूले तो होगी कार्रवाई

जागरण संवाददाता, जींद : जिला प्रशासन ने कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते जिले में जरूरी खाद्य वस्तुओं की कालाबाजारी रोकने के लिए थोक व खुदरा भाव निर्धारित कर दिए हैं। ये भाव प्रशासन और होलसेल डीलर किरयाणा एसोसिएशन की ओर से आवश्यक वस्तुओं की बाजार में कीमतों को ध्यान में रखते हुए तय किए है। डीसी डा. आदित्य दहिया के आदेशानुसार सभी दुकानदारों को आवश्यक वस्तुओं की सूची प्रशासन द्वारा निर्धारित रेट के साथ अपनी दुकान पर चस्पा करनी होगी। अगर कोई दुकानदार आदेशों की अवहेलना करता है, तो उसके खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम 1995 के तहत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। डीएफएससी विरेंद्र कुमार ने बताया कि किसी उपभोक्ता से कोई दुकानदार अधिक कीमत वसूल करता है, तो वह जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक के कार्यालय के दूरभाष नंबर 01681-245375 व मोबाइल नंबर 7029977129 पर सूचित कर सकता है। इसी प्रकार खादय एवं आपूर्ति विभाग जींद के निरीक्षक 9896207589, जुलाना के 8053572444, सफीदों के 9466319261, नरवाना के 9416274401, अलेवा के 9017615999, उचाना के 9466055908, पिल्लूखेडा के 9467878925 को निर्धारित मूल्य से ज्यादा कीमत लेने पर तथा सामान का वजन कम देने बारे शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। -------------- निर्धारित किए गए रेट -खाद्य वस्तु भाव -पक्का चावल 30 रुपये -गेहूं 21 रुपये -गेहूं का आटा 23 से 26 रुपये -चना दाल 69 से 73 रुपये -मूंग दाल 92 से 105 रुपये -उड़द दाल 90 से 100 रुपये -अरहर दाल 100 से 105 रुपये -मसूर साबुत 80 से 89 रुपये -चीनी 37 से 39 रुपये -मूंगफली तेल 185 रुपये -सोयाबीन व सरसों तेल155 रुपये -सूरजमुखी तेल 175 से 180 रुपये -वनस्पति तेल 135 से 140 रुपये -पाम ऑयल 133 से 135 रुपये -चाय खुली 295 से 320 रुपये -आलू 15 से 16 रुपये -टमाटर 16 से 18 रुपये -प्याज 17 से 20 रुपये -नमक 20 रुपये -गुड़ 39 रुपये -वीटा दूध 53 रुपये -------------- निर्धारित रेट पर दुकानदारों ने उठाए सवाल दुकानदारों का कहना है कि प्रशासन ने जो रेट लिस्ट जारी की है। वो ब्रांडिड खाद्य वस्तुओं की नहीं है। ब्रांडिड दाल, तेल व अन्य खाद्य वस्तुओं के रेट ज्यादा है। जो रेट प्रशासन ने दिए हैं, उन रेट में तो दुकानदारों को भी सामान नहीं मिलता, तो वे ग्राहक को कैसे दे सकते हैं। प्रशासन ने 30 रुपये किलो जिस पक्का चावल के दिए हैं। उसे केवल प्रवासी कामगार ही खाते हैं। स्थानीय लोग बासमती चावल खाते हैं। जो 45 रुपये से लेकर 120 रुपये किलो तक मिलता है। इसी तरह सरसों और सोयाबीन के तेल के ब्रांडिड कंपनियों के रेट ज्यादा हैं। आटा भी महंगा है।

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