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व्यक्तित्व निखारने के साथ समाजसेवा का जज्बा बढ़ाता जेसीआइ

जागरण संवाददाता, जींद : जूनियर चैंबर इंटरनेशनल (जेसीआइ) युवाओं और उद्यमियों का ऐसा विश्

By JagranEdited By: Published: Sat, 13 May 2017 05:02 PM (IST)Updated: Sat, 13 May 2017 05:02 PM (IST)
व्यक्तित्व निखारने के साथ समाजसेवा का जज्बा बढ़ाता जेसीआइ
व्यक्तित्व निखारने के साथ समाजसेवा का जज्बा बढ़ाता जेसीआइ

जागरण संवाददाता, जींद : जूनियर चैंबर इंटरनेशनल (जेसीआइ) युवाओं और उद्यमियों का ऐसा विश्वव्यापी संगठन है, जो व्यक्तित्व निखारने के साथ समाजसेवा करने का जज्बा भी बढ़ाता है। पूरे विश्व में फैले इस संगठन से लाखों लोग जुड़े हुए हैं। जेसीआई अपने सदस्यों को यह सिखाता है कि वे अपनी पर्सनैलिटी में किस तरह सुधार लेकर आएं और उसका समाज को कैसे फायदा मिल सके। बिजनेस से जुड़े युवा सर्वसमाज के हित के साथ अपने कारोबार को किस तरह नई ऊंचाइयां प्रदान करें। समाज में होने वाली हर गतिविधि पर संगोष्ठियां, कैंप, सेमिनार लगाकर सदस्यों की नेतृत्व की क्षमता बढ़ाई जाती है। जेसीआइ के दुनियाभर में होने वाले प्रशिक्षण सत्र इतने महत्वपूर्ण और असरदार होते हैं कि अरबपति उद्यमी बिल गेट्स और बिल क्लिंटन से लेकर देश के बड़े राजनेता व कारोबारी इनमें शिरकत कर चुके हैं। इन ट्रे¨नग में सिखाया जाता है कि आज की भागदौड़ भरी ¨जदगी में इंसान के पास अपने घर-परिवार के लिए भी समय नहीं निकाल पाता है, ऐसे में वह हमें सब कुछ देने वाले समाज के लिए क्या रचनात्मक कार्य कर सकता है और अपनी पर्सनैलिटी को कैसे बढ़ा सकता है। जींद शहर में अभी जेसीआइ के आठ चैप्टर हैं, जिनसे बड़ी संख्या में युवा जुड़े हुए हैं। दैनिक जागरण कार्यालय में हुई संगोष्ठी में इन आठों चैप्टर का नेतृत्व कर रहे ऊर्जावान अध्यक्षों ने बताया कि वे अपने सदस्यों में नेतृत्व के गुण विकसित करने के अलावा समाजसेवा में किस तरह योगदान दे रहे हैं..

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शिक्षा व स्वास्थ्य पर फोकस

जींद में पहली बार 1983 में जेसीआई जींद चैप्टर का गठन हुआ था। प्रधान पवन मलिक बताते हैं कि उनका समाज को शिक्षा व स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने पर फोकस है। कैंसर जागरूकता कार्यक्रम शुरू किया है। जरूरतमंद छात्राओं को डिक्शनरी, किताबें व कापियां बांटी। ग्यारह गरीब बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठा रहे हैं। कई बच्चों को दिल्ली कैंपस व आइंस्टीन एकेडमी में निश्शुल्क को¨चग दिलवाई जा रही है। सर्दियों में जरूरतमंदों को 700 गर्म कपड़े बांटे। वर्ष 2007 से जेसी नीरज ¨सगला की याद में निश्शुल्क मोक्ष वाहिनी चलाई जा रही है।

जेसीआइ जींद सेंट्रल: मानव सेवा को समर्पित

प्रधान देवेंद्र गोयल कहते हैं कि उनका चैप्टर 1996 में अस्तित्व में आया। पहले ही साल सरकारी अस्पताल को एंबुलेंस दान दी। शहर में पहली निश्शुल्क मोक्ष वाहिनी शुरू की। अंकुर मानसिक चैरिटेबल ट्रस्ट शुरू किया, जिसमें दिव्यांग व मानसिक रूप से अपरिपक्व बच्चों को निश्शुल्क शिक्षा दी जा ही है। इसमें स्पेशल बीएड कोर्स भी करवाया जा रहा है। 51 गरीब कन्याओं की शादी करवाई, जिसमें प्रत्येक लड़की को 31 हजार रुपये कन्यादान दिया गया। पांच विकलांग कैंप लगवाए, जिसमें 780 में से 180 लोगों के उदयपुर में निश्शुल्क आपरेशन करवाए।

जेसीआइ जींद सिटी: जागरूकता पर जोर

युवा प्रधान प्रधान मनीष कालड़ा ने बताया कि वर्ष 2010 में उनके चैप्टर का गठन होने के बाद पर्सनैलिटी डेवलपमेंट और जागरूकता पर फोकस रखा। ज्यादा से ज्यादा सेमिनार करवाए गए, जिसमें सदस्यों को बताया गया कि वे समाज में अपने-अपने तरीके से किस तरह बदलाव ला सकते हैं। ब्लड डोनेशन कैंप लगवाए और युवाओं को करियर काउंसि¨लग ट्रे¨नग प्रोग्राम में बेहतर करियर बनाने के टिप्स दिए गए। कई महीनों से कैशलेस पर जागरूकता अभियान चलाया और अब जीएसटी पर कारोबारियों के बीच जाकर उन्हें इसके बारे में बताएंगे।

जेसीआइ जींद रियासत: कम समय में बड़े काम

यह चैप्टर मात्र एक साल चार महीने पहले ही बना था। प्रेसिडेंट तेजेंद्र वर्मा कहते हैं कि सबसे पहले उन्होंने शहर में धार्मिक कार्यक्रम विशाल सुंदर कांड करवाया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए थे। माताएं अपने नए बच्चों की देखभाल कैसे करें, इसके लिए महिला ¨वग की प्रधान ललिता बंसल ने नागरिक अस्पताल में जागरूकता कार्यक्रम करवाया। अभी रक्तदान शिविर लगाने और स्वच्छता अभियान सहित कई कार्यक्रम पाइप लाइन में हैं। चैप्टर के साथ जुड़े नए सदस्यों को ट्रे¨नग प्रोग्राम में सिखाया जा रहा है कि वे लोगों की सहायता कैसे कर सकते हैं।

जेसीआई जींद अर्बन: फाई-पौधरोपण पर ध्यान

दो माह पहले बने जींद अर्बन चैप्टर के प्रधान बल¨वद्र चहल कहते हैं कि शहर में सफाई, शुद्ध पेयजल, पौधरोपण पर उनका फोकस रहेगा। शहर में गंदगी और सड़क हादसों का कारण बन चुके आवारा सांडों की नंदीशाला के लिए 1.74 लाख रुपये दान दिए हैं। बच्चों में सफाई के प्रति जागरूकता बढ़े, इसके लिए स्कूलों में जाकर 15 मिनट की मूवी दिखाई जाएगी। अगस्त में पौधरोपण अभियान चलाएंगे। नागरिक अस्पताल और बस स्टैंड पर 100 लीटर के वाटर कूलर और आरओ लगवाए जाएंगे। रानी तालाब के पास 100 फीट ऊंचा तिरंगा लगाया जाएगा।

6. जेसीआइ जींद रॉयल: पानी बचाने पर फोकस

वर्ष 2010 में बने जींद रॉयल का पानी बचाने पर फोकस है। रानी तालाब से अनाज मंडी की तरफ मुड़ने वाले चौक को गोद लेकर पानी बचाने का संदेश देता स्टेच्यू लगाया गया है। सचिव संदीप कुमार बताते हैं कि बीते दिनों अस्पताल में लीक व खराब टोंटियां बदलवाईं और बस अड्डे के टैंक की सफाई करवाई। स्कूलों में लगातार पानी बचाने पर प्रतियोगिता करवाई जा रही हैं। रानी तालाब चौक पर रॉयल पार्क बनवाया। कुछ समय पहले डेंटल कैंप व नेत्र जांच शिविर लगाया। शहर में चल रहे रविवार सुबह चल रहे स्वच्छता अभियान में सदस्य भाग लेते हैं।

जेसीआइ जींद क्लासिक: शिक्षा व जल संरक्षण

प्रधान विजय चुघ कहते हैं कि युवाओं का करियर के प्रति मार्गदर्शन करने और जल संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करना उनके चैप्टर का उद्देश्य है। स्कूलों में जाकर बच्चों को अच्छे करियर के लिए मोटिवेट किया जा रहा है। करियर काउंसि¨लग के माध्यम से बताया जाता है कि भविष्य के लिए लक्ष्य कैसे तय करें। महिला जेसरिट ¨वग ने कॉलोनियों में जाकर जल संरक्षण के प्रति जागरूक करना शुरू किया है। बीते दिनों डॉ. रितेश गुप्ता ने दड़े पर महिलाओं को पानी बचाने पर जागरूक किया। जाजवान के स्कूल और पुलिस लाइन में मेडिकल कैंप लगाया।

जेसीआइ जींद जयंती: दिव्यांगों की मदद

चार साल पहले बने इस चैप्टर के प्रधान अंकुर कंसल का कहना है कि दिव्यांगों की मदद करना उनका मुख्य उद्देश्य है। उदयपुर के नारायण सेवा संस्थान के साथ मिलकर बीते दिनों चेकअप कैंप लगाया, जिसमें 52 लोगों का आपरेशन और 38 का कृत्रिम अंग लगाने के लिए चयन किया गया। चार लोगों को व्हीलचेयर दिए जाएंगे। इनका खर्च चैप्टर वहन करेगा। सालभर में दो-तीन बार अभियान चलाकर घर-घर जाकर तुलसी के पौधे बांटे जाते हैं। इसके अलावा ब्लड डोनेशन कैंप, वाहनों का फ्री पोल्यूशप चेकअप कैंप लगाए जाते हैं। बीते वर्ष फ्री में हेलमेट भी बांटे थे।


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