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बारिश में गेहूं भिगोने के मामले की जांच शुरू, टीम ने गोदामों में जाकर भरे सैंपल

पिल्लूखेड़ा में बारिश के दौरान एफसीआइ व हैफेड के गोदामों में कर्मचारियों ने गेहूं से हट

By JagranEdited By: Published: Sun, 15 Jul 2018 01:14 AM (IST)Updated: Sun, 15 Jul 2018 01:14 AM (IST)
बारिश में गेहूं भिगोने के मामले की जांच शुरू, टीम ने गोदामों में जाकर भरे सैंपल
बारिश में गेहूं भिगोने के मामले की जांच शुरू, टीम ने गोदामों में जाकर भरे सैंपल

पिल्लूखेड़ा में बारिश के दौरान एफसीआइ व हैफेड के गोदामों में कर्मचारियों ने गेहूं से हटा दिया था तिरपाल

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संवाद सूत्र, पिल्लूखेड़ा (जींद)

पिल्लूखेड़ा में शुक्रवार को बरसात के दौरान एफसीआइ और हैफेड के गोदामों में कर्मचारियों के तिरपाल हटाकर गेहूं भिगोने के मामले की जांच शुरू हो गई है। शनिवार को हैफेड, एफसीआइ, क्वालिटी कंट्रोल और डीएफएसओ की गठित टीमों ने गोदामों का निरीक्षण किया और जांच के लिए गेहूं के सैंपल भरे।

जांच कमेटी में शामिल रोहतक से मैनेजर भरत शर्मा, मैनेजर धर्मबीर हुड्डा, कृष्ण कुमार रंगा, जींद से कर्मबीर राठी, मनोज कुमार, इंस्पेक्टर राजेंद्र पानू, सतीश कुमार सेतिया, सफीदों से इंस्पेक्टर धर्मपाल चहल ने शनिवार को पिल्लूखेड़ा गांव के पास एफसीआइ के गोदाम व जामनी रोड पर हैफेड के गोदाम में जांच शुरू की। जांच कमेटी ने एफसीआइ के गोदाम में 5 चट्टों में से सैंपल लेकर नमी की जांच की। जांच टीम ने कहा कि हमने पूरी तरह से जांच की है। इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाऐगी। जांच में जो भी दोषी जाएगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी। जिला खाद्य एवं आपूíत अधिकारी राजेश आर्य ने बताया कि इस मामले की तह तक पहुंचा जाएगा। एफसीआइ और हैफेड की टीमें अलग से जांच कर रही हैं। क्वालिटी कंट्रोल के अधिकारियों ने गोदामों में पहुंचकर जांच शुरू की है। बारिश में भीगे गेहूं के चार-पांच तरह के सैंपल लेकर उनकी जांच की जाएगी। गेहूं में नमी की मात्रा कितनी है, यह देखा जाएगा। इस दौरान इंस्पेक्टर अश्वनी काजल, पूर्व इंस्पेक्टर ईश्वर ¨सह दहिया, सुरेंद्र उर्फ सीटू, सुभाष कुंडू, चौकीदार विजय, सतीश, सोनू, अशोक व कृष्ण आदि मौजूद रहे। वहीं, जांच के दौरान ही मौजूद कर्मचारियों ने शिकायतकर्ता राजबीर रोहिल्ला व धर्मपाल पांचाल को धमकी देते हुए कहा कि हमारा जो मर्जी करवा लेना। --यह था मामला

शुक्रवार को पिल्लूखेड़ा में जब बारिश हो रही थी तो हैफेड व एफसीआइ के गोदामों में कर्मचारियों ने गेहूं के ढेरों पर लगा तिरपाल हटा दिया था। इस दौरान समाजसेवी प्रदीप शर्मा ने इसकी वीडियो बना ली थी। यह वीडियो देखकर भाजपा ओबीसी मोर्चा जींद के जिला उपाध्यक्ष धर्मपाल पांचाल और जिला प्रचार सचिव राजबीर रोहिला ने मौके पर पहुंचकर मीडिया को बुलाया था। राजबीर रोहिला ने कहा कि गेहूं का वजन बढ़ाने के लिए बोरियों को कथित रूप से बारिश के पानी में भिगोया गया। इससे हजारों गेहूं की बोरियां खराब हो गई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारियों की मिलीभगत से यह गड़बड़झाला चल रहा है। इस पूरे मामले की तह तक जांच होनी चाहिए। उन्होंने आशंका जताई कि कर्मचारी गेहूं को चोरी करते हैं, इसलिए बारिश के दौरान उसे खराब करने या वजन बढ़ाने के लिए इसे भिगो देते हैं। --यह मिली नमी की मात्रा

जांच अधिकारियों ने बताया कि स्टॉक नंबर 5/4 में एमसी नमी की मात्रा 11.60, स्टॉक नंबर 3/13 में एमसी की मात्रा 13.30, स्टॉक नंबर 5/06 में एमसी की मात्रा 12.20, स्टॉक नंबर 3/23 में एमसी की मात्रा 10.50 व स्टॉक नंबर 3/04 में एमसी की मात्रा 13.10 पाई गई।


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