इंडस्ट्रियल एरिया देता है चार करोड़ टैक्स, टूटी पड़ी हैं सड़कें, 15 दिन बाद डीसी को सौंपेंगे फैक्ट्रियों की चाबी
सवा साल पहले उखाड़ी थी सड़क गुजरात की कंपनी को अलॉट था टेंडर
सवा साल पहले उखाड़ी थी सड़क, गुजरात की कंपनी को अलॉट था टेंडर, सब ठेकेदार नहीं कर रहा काम
कच्चा माल लाने व तैयार माल भेजने में हो रही है परेशानी जागरण संवाददाता, जींद: हांसी रोड पर शहर का एकमात्र औद्योगिक क्षेत्र पिछले कई वर्षों से बदहाली पर आंसू बहा रहा है। यहां न तो सड़क है और न सीवरेज की सुविधा। यह हाल तब है, जब यहां की फैक्ट्रियों से करीब चार करोड़ टैक्स सरकार के खजाने में जमा होता है। जबकि उद्योगों को रफ्तार देने के लिए बेहतर सड़क सबसे जरूरी है। एचएसआईडीसी की उदासीनता के चलते फैक्ट्री संचालकों को कच्चा माल लाने व तैयार माल भेजने में परेशानी हो रही है। अब परेशान फैक्ट्री मालिकों ने कहा है कि 15 दिन में सड़क नहीं बनी तो फैक्ट्रियों की चाबी डीसी को सौंप देंगे।
औद्योगिक क्षेत्र में इस समय कई बड़ी फैक्ट्रियां चल रही हैं, जिनमें प्रतिदन लाखों रुपये का माल तैयार किया जाता है और इसे देश तथा प्रदेश में सप्लाई किया जाता है। औद्योगिक क्षेत्र में कुल 78 प्लॉट हैं, जिनमें 46 यूनिट काम कर रही हैं। इनमें हरियाणा लैदर कैमिकल, ई-रिक्शा सहित कैमिकल बेस्ड की कई फैक्ट्री हैं। इनमें करीब 400 लोगों को रोजगार भी मिला हुआ है। लगभग सवा साल पहले यहां की सड़कों को नए सिरे से बनाने के लिए उखाड़ा गया था। तब यह कहा था कि शीघ्र ही इन सड़कों का निर्माण करवा दिया जाएगा, लेकिन डेढ़ साल बाद भी सड़कें नहीं बनी हैं।
औद्योगिक क्षेत्र एसोसिएशन के प्रधान अभिषेक गोयल, जींद सर्जिकल के प्यारेलाल सिगला, इंडस्ट्रीयल प्रोडेक्शन के रोहताश नरवाल, रिधि सिद्धि धूप एंड मैटल इंडस्टी के अभिषेक गोयल, ओमपाल दहिया, प्रदीप शर्मा, सुरेंद्र सिगला, नवदुर्गा इंडस्टी के रोहित, श्रीहरि इंटरप्राइजेज के अमित बत्तरा, सोहना एग्रो सोल्यूशन के प्रदीप कुमार ने बताया कि औद्योगिक क्षेत्र की सड़कें एचएसआईडीसी के अधीन आती हैं। यहां सड़कें बनाने व सीवर लाइन डालने का टेंडर गुजरात की कंपनी को अलॉट किया गया था। उसने आगे सब ठेकेदार को काम सौंप दिया। ठेकेदार ने सड़कों को नए सिरे से बनाने के लिए उखाड़ तो दिया गया, लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी निर्माण नहीं करवाया जा रहा है।कोरोना के चलते पहले ही कारोबार बंद रहा है और अब फैक्टरी खुली हैं तो कुछ काम शुरू हो पाया है। शीघ्रता से सड़कों का निर्माण करवा दिया जाए तो यहां फिर से प्रोडक्शन के काम में तेजी आएगी। शीघ्र ही सड़कों का निर्माण नहीं करवाया गया तो फैक्ट्रियां बंद होने की कागार पर पहुंच जाएंगी। अब सभी फैक्टरी संचालकों ने प्रशासन को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है। अगर टूटी सड़कों का निर्माण नहीं करवाया गया तो वो अपनी-अपनी फैक्टरी बंद करने को मजबूर होंगे। --हर 15वें दिन देते हैं ज्ञापन: गोयल
औद्योगिक क्षेत्र एसोसिएशन के प्रधान अभिषेक गोयल ने बताया कि करीब सवा साल से सड़कें उखड़ी पड़ी हैं। ठेकेदार चार महीने में एक बार आता है। सड़कें टूटी होने से माल लाने व ले जाने में दिक्कत हो रही है। ठेकेदार चार महीने में एक बार आता है। सीवर व सड़क दोनों बदहाल हैं। हर 15वें दिन एचएसआईडीसी के अधिकारियों को नरवाना जाकर ज्ञापन देकर आते हैं। लेकिन कोई अधिकारी रुचि नहीं दिखा रहा है। इसीलिए अब परेशान होकर प्रशासन को अल्टीमेटम दिया है कि 15 दिन में सड़कें नहीं बनाई तो फैक्ट्रियों की चाबी डीसी को सौंप देंगे।