स्पेशल बसें चलाने से रोडवेज को आमदनी, यात्रियों को मिली सुविधा
शनिवार और रविवार को जींद डिपो की आमदनी करीब 12 लाख रुपये तक जा पहुंची जबकि सामान्य दिनों में यह 9 से 10 लाख रुपये ही रहती थी।
जागरण संवाददाता, जींद : ग्राम सचिव पद की भर्ती को लेकर लिखित परीक्षा के चलते रोडवेज द्वारा दो दिनों तक स्पेशल बसें चलाई गई। स्पेशल बसें चलाने से जहां रोडवेज को आमदनी हुई तो वहीं परीक्षार्थियों को भी परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में सुविधा मिली। शनिवार और रविवार को जींद डिपो की आमदनी करीब 12 लाख रुपये तक जा पहुंची, जबकि सामान्य दिनों में यह 9 से 10 लाख रुपये ही रहती थी।
ग्राम सचिव पद के लिए लिखित परीक्षा में 40 फीसदी बच्चों के परीक्षा केंद्र दूसरे जिलों में आए हुए थे। दूसरे जिलों में बने परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने के लिए रोडवेज ने 10 स्पेशल बसें रिजर्व रखी थी। इन बसों को सुबह और दोपहर तथा शाम को चलाया गया। जींद से कुरुक्षेत्र, करनाल, भिवानी, हिसार के लिए स्पेशल बसें भेजी गई। 9 जनवरी को पहले दिन जींद डिपो में 11 लाख 11 हजार 892 रुपये राजस्व के रूप में जमा हुए। इसके बाद 10 जनवरी को 11 लाख 38 हजार 141 रुपये राजस्व के रूप जमा किए गए। 9 जनवरी को 39229 हजार किलोमीटर और दस जनवरी को 37 हजार 196 किलोमीटर का सफर रोडवेज बसों ने तैयार किया। सामान्य दिनों में डिपो की कमाई 9 लाख रुपये के आसपास रहती है। परीक्षा को देखते हुए चलाई गई स्पेशल बसें : बिजेंद्र हुड्डा
जींद डिपो के महाप्रबंधक बिजेंद्र हुड्डा ने बताया कि 9 और 10 जनवरी को ग्राम सचिव की लिखित परीक्षा थी। परीक्षार्थियों को दूसरे जिलों में परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में किसी तरह की परेशानी नहीं आए, इसलिए स्पेशल बसों को चलाया गया। परीक्षार्थियों ने इसका लाभ भी उठाया। विभाग का प्रयास है कि जनता को सुविधा मिले।