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गेहूं के सीजन में धरने पर किसान, सांसद कौशिक के प्रति गुस्सा

नारनौल से कुरुक्षेत्र तक बनने वाले नेशनल हाईवे 152-डी के भूमि अधिग्रहण मुआवजे की मांग को लेकर नौ गांवों के किसानों का धरना जींद-रोहतक मार्ग पर किलाजफरगढ़ गांव के पास आठवें दिन भी जारी रहा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Apr 2019 10:16 AM (IST)Updated: Thu, 18 Apr 2019 10:16 AM (IST)
गेहूं के सीजन में धरने पर किसान, सांसद कौशिक के प्रति गुस्सा

संवाद सूत्र, जुलाना : नारनौल से कुरुक्षेत्र तक बनने वाले नेशनल हाईवे 152-डी के भूमि अधिग्रहण मुआवजे की मांग को लेकर नौ गांवों के किसानों का धरना जींद-रोहतक मार्ग पर किलाजफरगढ़ गांव के पास आठवें दिन भी जारी रहा। धरने में किलाजफरगढ़, बुढ़ा खेड़ा, अकालगढ़, लजवानां कलां, फतेहगढ़, लजवानां खुर्द, सिरसा खेड़ी नंदगढ़, हथवाला गांवों के किसानों ने भाग लिया।

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धरने की अध्यक्षता करते हुए मंजीत अहलावत ने कहा कि सरकार को किसानों की समस्या से कोई लेना देना नहीं है। सीजन के समय अपना सारा काम छोड़ कर आठ दिन से लगातार किसान धरने पर बैठे हैं। सांसद रमेश कौशिक वोट मांगने के लिए जुलाना हलके में पहुंचे थे, लेकिन उन्होंने धरने पर रुकना भी मुनासिब नहीं समझा। इससे किसानों में गहरा रोष बना हुआ है। किसानों को समर्थन देने के लिए लीगल एडवाइजर रमेश जाखौदा और पूर्व पार्षद रहे रणबीर पहलवान धरने पर पहुंचे। रमेश जाखौदा ने कहा कि सरकार किसानों के हकों के साथ कुठाराघात कर रही है। किसानों की मांग है कि उन्हें कलेक्टर रेट को रिवाइज कराकर देना चाहिए। इस मौके पर राजेंद्र, नरेंद्र, राजकुमार, मंजीत, सुनील, अनिल, अमीर सिंह, कृष्ण आदि मौजूद रहे।


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