Move to Jagran APP

ई-पंचायत के विरोध में गांव की सरकार सड़क पर, डेढ़ घंटे गोहाना रोड रखा जाम

जागरण संवाददाता, जींद : ई-पंचायत सिस्टम के विरोध में प्रदर्शन कर लघु सचिवालय पहुंचे सरपंचो

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Mar 2018 03:00 AM (IST)Updated: Fri, 23 Mar 2018 03:00 AM (IST)
ई-पंचायत के विरोध में गांव की सरकार सड़क पर, डेढ़ घंटे गोहाना रोड रखा जाम
ई-पंचायत के विरोध में गांव की सरकार सड़क पर, डेढ़ घंटे गोहाना रोड रखा जाम

जागरण संवाददाता, जींद : ई-पंचायत सिस्टम के विरोध में प्रदर्शन कर लघु सचिवालय पहुंचे सरपंचों से ज्ञापन लेने के लिए जब कोई अधिकारी नहीं पहुंचा, तो नाराज सरपंचों ने गोहाना रोड पर जाम लगा दिया। सरपंचों ने गोहाना रोड पर लघु सचिवालय के सामने करीब ढाई घंटे तक जाम लगाए रखा। इस दौरान नगराधीश और एसडीएम सरपंचों से ज्ञापन लेने के लिए पहुंचे, लेकिन सरपंचों ने उनसे बात करने से इन्कार करते हुए डीसी को वहां बुलाने की मांग पर अड़े रहे। आखिर डीसी अमित खत्री सरपंचों के पास पहुंचे और उनसे बातचीत कर ज्ञापन लिया, जिसके बाद सरपंचों ने जाम खोला।

loksabha election banner

पिछले दिनों जींद में हुई सरपंचों की प्रदेश स्तरीय मी¨टग में 22 मार्च को सभी जिलों में मुख्यालय पर प्रदर्शन कर डीसी को सरकार के नाम ज्ञापन सौंपने का फैसला लिया गया था। बृहस्पतिवार को सरपंच एसोसिएशन के जिला प्रधान सुरेंद्र राणा की अध्यक्षता में सरपंच और ग्राम सचिव प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे। यहां डीसी कार्यालय के नीचे जब काफी समय इंतजार करने के बावजूद ज्ञापन लेने के लिए कोई अधिकारी नहीं पहुंचा, तो इससे सरपंच नाराज होकर वहां से वापस लौट आए और गोहाना रोड पर रास्ता रोक कर बैठ गए। जाम की सूचना मिलते ही आनन-फानन में नगराधीश सत्यवान मान वहां पहुंचे और उनसे बातचीत कर ज्ञापन देने के लिए कहा, लेकिन सरपंचों ने उन्हें ज्ञापन देने से इंकार कर दिया। इसके बाद एसडीएम महाबीर प्रसाद पहुंचे और वहां मौजूद एक ग्राम सचिव का कर्मचारियों से पहचान करने की बात कहने से सरपंच बिफर गए। सरपंचों ने एसडीएम से सामूहिक तौर पर इस्तीफा देने की चेतावनी देते हुए कहा कि अगर किसी भी ग्राम सचिव के खिलाफ कार्रवाई की गई, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। इसके बाद एसडीएम ने सरपंचों को शांत कराते हुए कहा कि ज्ञापन लेने के लिए उन्हें आना था, लेकिन उनकी कोर्ट चल रही थी। इससे वे समय पर नहीं पहुंच सके। इसके बावजूद सरपंच नहीं माने और डीसी बुलाने की जिद पर अड़े रहे। इसके बाद एसडीएम वहां से चले गए और कुछ देर बाद वापस आकर सरपंचों से उनके प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए डीसी से मिलवाने की बात कही। एसडीएम के इस प्रस्ताव को भी सरपंचों ने मानने से इंकार कर दिया। करीब डेढ़ घंटे के बाद डीसी वहां पहुंचे और सरपंचों से बातचीत कर उनका ज्ञापन लिया, जिसके बाद सरपंचों ने जाम खोला। इस दौरान हाईवोल्टेज ड्रामा चला और मौके पर डीएसपी पवन कुमार व बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात रहे।

-----------------------

ग्राम पंचायतों ने रोके काम

पिछले दिनों जींद में हुई मी¨टग में प्रदेशभर के सरपंचों ने सरकार का बहिष्कार का निर्णय लिया था। ग्राम पंचायतों ने अपने यहां सभी काम रोक दिए हैं। जातिगत सर्वे तथा अन्य सरकारी कामों में भी सहयोग नहीं करने का फैसला लिया हुआ है। सरपंच अब 28 मार्च को सीएम आवास का घेराव करेंगे। अगर उसके बावजूद मांगें नहीं मानी गई, तो सामूहिक इस्तीफे दे सकते हैं।

----------------------

इसलिए कर रहे हैं विरोध

सरपंचों के अनुसार ई-पंचायत सिस्टम गांवों के विकास में बाधा है। सभी गांवों में ग्राम सचिवालय नहीं है और न ही इंटरनेट की उचित व्यवस्था है। सरपंचों को ट्रे¨नग भी नहीं दी गई है, जिससे वे आनलाइन काम कर सकें। ई-पंचायत सिस्टम लागू होने के बाद छोटे-छोटे काम कराने के लिए अधिकारियों के यहां चक्कर काटने पड़ेंगे। ई-पंचायत सिस्टम को वापस लेकर पंचायती राज एक्ट को पुरानी व्यवस्था के तहत लागू करने की मांग कर रहे हैं। साथ ही सरपंच व पंचों का मानदेय बढ़ाकर विधायकों की तर्ज पर पेंशन लागू करने व ग्राम सचिवों की न्यूनतम योग्यता स्नातक कर उन्हें पटवारी के समान दर्जा देने की मांग की जा रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.