कारखाना में कांग्रेसियों ने ग्राम सचिवालय का नाम मिटा कर लिखा राजीव गांधी सेवा केंद्र
संवाद सूत्र, सफीदों : तीन राज्यों में चुनावी नतीजों से उत्साहित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बृहस्
संवाद सूत्र, सफीदों : तीन राज्यों में चुनावी नतीजों से उत्साहित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार को कारखाना गांव में ग्राम सचिवालय का नाम मिटा कर उसकी जगह राजीव गांधी सेवा केंद्र लिख दिया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि गांव में कांग्रेस सरकार में राजीव गांधी सेवा केंद्र खोला गया था, जिसका नाम बदल कर बीजेपी सरकार ने ग्राम सचिवालय कर दिया।
राजीव गांधी पंचायती संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश जांगड़ा ने बताया कि 21 नवंबर को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर का कारखाना गांव में चाय का कार्यक्रम था। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने प्रदेशाध्यक्ष को बताया कि कांग्रेस सरकार के द्वारा साल 2013 में 11 लाख रुपये के अनुदान से बनाए गए राजीव गांधी सेवा केंद्र का नाम भाजपा सरकार ने बदल कर ग्राम सचिवालय कर दिया है। तंवर ने इसका नाम वापस बदलने को कहा था। उन्होंने ने कहा कि सरकार ने गांव-गांव में कांग्रेस की स्कीमों के नाम मिटवाकर अपने नाम के पत्थर लगाने का काम कर रही है। सरकार सरपंचों को बजट दे, ताकि गांवों में विकास कर सके और वो ग्राम सचिवालय बनाए। कांग्रेस की सरकार में बने राजीव गांधी सेवा केंद्र व अन्य कोई स्कीम का नाम बदलने नहीं देंगे। इस मौके पर उनके साथ विनोद मेहला पूर्व ब्लॉक समिति मेंबर रामनिवास जांगड़ा, पंच विक्रम, पूर्व पंच देवी ¨सह, जय भगवान, सत्यवीर, निर्मल ¨सह, शमशेर ¨सह, राजा सैनी, राजकुमार सैनी, फूल ¨सह मौजूद थे। राजीव गांधी सेवा केंद्र में बना है ग्राम सचिवालय
डीडीपीओ राजेश कौथ ने बताया कि यहां राजीव गांधी सेवा केंद्र है, जिसके अंदर ग्राम सचिवालय बनाया गया है। अगर केंद्र का नाम मिटाया गया है, तो उसे दोबारा लिखवाया जाएगा। उन्होंने सफीदों बीडीपीओ को निर्देश दिए कि वे गांव में पेंटर भेज कर राजीव गांधी सेवा केंद्र का नाम लिखवाएं और उसके नाम के नीचे ग्राम सचिवालय। उसके बाद मौके पर पहुंची बीडीपीओ कांग्रेसियों को रोकने में असफल रही। उन्होंने सरपंच को भवन पर समान रूप से दोनों नाम लिखवाने के लिए कहा।