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बच्चों को लुभाने के लिए शुरू की हमारी फुलवारी, प्रचार-प्रसार के अभाव में ठहरी

हिमांशु गोयल, जींद बच्चों व उनके अभिभावकों को लुभाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आंग

By JagranEdited By: Published: Sun, 27 May 2018 01:59 AM (IST)Updated: Sun, 27 May 2018 01:59 AM (IST)
बच्चों को लुभाने के लिए शुरू की हमारी फुलवारी, प्रचार-प्रसार के अभाव में ठहरी
बच्चों को लुभाने के लिए शुरू की हमारी फुलवारी, प्रचार-प्रसार के अभाव में ठहरी

हिमांशु गोयल, जींद

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बच्चों व उनके अभिभावकों को लुभाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आंगनबाड़ी केंद्र में हमारी फुलवारी योजना कि शुरुआत पिछले साल सितंबर माह में हरियाणा सीएम मनोहर लाल द्वारा चंडीगढ़ से की गई थी, जो प्रचार व प्रसार के अभाव में जिला स्तर पर अभी तक भी सिरे नहीं चढ़ पाई है। इस योजना को जल्द से शुरू कराने के लिए डीसी ने भी विभाग को 31 मार्च तक के निर्देश जारी कर दिए थे। उसके बाद भी यह योजना अधर में ही लटकी हुई है। जिसकी वजह से आंगनबाड़ी केंद्र में जाने वाले बच्चे बिना सुविधाओं के ही केंद्रों में अपना व्यतीत करने को मजबूर हैं। बता दें की शुरुआती दौर में सीएम की इस योजना के तहत आंगनबाड़ी केंद्र, सक्षम वर्गों द्वारा गोद लिए जाने थे। जिलेभर में शहरी व ग्रामीण सहित कुल 1439 आंगनबाड़ी केंद्र है। जिसमें से एक भी केंद्र किसी भी संगठन और किसी पंचायत ने गोद नहीं लिया है।

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यह था योजना का उद्देश्य

विभाग द्वारा शुरू की गई फुलवारी योजना का मुख्य उद्देश्य यह था कि इसके तहत जिलेभर में खुले आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए पंचायतों, नगर परिषद, सामाजिक संगठन, व्यापारी संगठन, बिजनेसमैन, कंस्ट्रक्शन कंपनियों को नकद या वस्तु रूप में योगदान देना होता था। जिससे आंगनबाड़ी केंद्रों को विकसित करने में मदद मिल सकती थी। अगर कोई भी केंद्र को गोद लेता तो प्ले स्कूलों की तर्ज पर डेवलप किया जाता, ताकि अभिभावक अपने बच्चों को केंद्रों में भेजते हुए गर्व महसूस करते। लेकिन जिले में अभी तक न तो किसी ने किसी आंगनवाड़ी केंद्र को गोद लिया और न ही किसी भी तरह का सहयोग किया जिससे कि यह योजना खरी उतर पाती।

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जिलेभर में कुल आंगनबाड़ी केंद्र

स्थान केंद्र

जींद 306

नरवाना 316

अलेवा 114

पिल्लूखेड़ा 117

जुलाना 166

सफीदों 194

उचाना 226

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फुलवारी के नाम से योजना शुरू है इसके बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है। विभाग की ओर से भी इस योजना को लेकर हमारे पास अभी तक कोई निर्देश नहीं आया। अगर इस योजना को लेकर कुछ होगा तो, वह विभागीय स्तर पर ही हो सकता है। हमें कुछ नहीं पता।

सविता, आंगनवाड़ी वर्कर

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सरकार की स्कीम है उसके लिए तुरंत प्रभाव से बोल दिया जाता है। जहां तक बात है हमारी फुलवारी योजना की तो अगर कोई संस्था, पंचायत या अन्य कोई भी आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए दान देना या उसे गोद लेना चाहता है तो ले सकता है। लेकिन अभी तक किसी ने अपना नाम नहीं दिया है। इसके लिए सभी को बोल दिया गया था।

नीना कपूर, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जींद।


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