भविष्य में सीआरएसयू हर कक्षा में दो कोर्स ऑनलाइन अनिवार्य करेगा
उन्होंने सलाह दी कि ऑनलाइन टेक्नोलॉजी को जल्दी और व्यापकता से सिखाने व समझाने की आवश्यकता है। भविष्य में हर कक्षा में कम से कम दो कोर्स विश्वविद्यालय ऑनलाइन पढ़ाने के लिए अनिवार्य करेगा।
जागरण संवाददाता, जींद : कोविड-19 के बाद के कालखंड में सूचना तकनीक ई-शिक्षा शैक्षिक प्रशासन का मूल मंत्र रहेगा। सीआरएसयू के वीसी प्रो. आरबी सोलंकी ने अनुबंध शिक्षकों और विद्यार्थियों की अलग-अलग ऑनलाइन बैठकों में उक्त बात कही।
उन्होंने सलाह दी कि ऑनलाइन टेक्नोलॉजी को जल्दी और व्यापकता से सिखाने व समझाने की आवश्यकता है। भविष्य में हर कक्षा में कम से कम दो कोर्स विश्वविद्यालय ऑनलाइन पढ़ाने के लिए अनिवार्य करेगा। साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों और शिक्षकों को छोटे-छोटे वैल्यू एडिशन के कोर्स ऑनलाइन करने की सलाह देते हुए प्रत्येक शिक्षक को एक कोर्स ऑनलाइन बनाने के लिए कहा।
इसके साथ-साथ पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान के मध्य नजर स्टार्टअप के नए आइडिया साझा करने का विद्यार्थियों और शिक्षकों को वीसी ने आह्वान किया। विश्वविद्यालय ने यह भी निर्णय लिया है कि टेक्नोलॉजी को लागू करने की पहल शिक्षक व विद्यार्थियों की ऑनलाइन हाजिरी लेकर करेंगे। विश्वविद्यालय में हाजिरी रजिस्टर अगले शैक्षणिक सत्र में बीते समय की बात हो जाएगी। विश्वविद्यालय की ब्रांडिग के लिए शिक्षकों और छात्रों को सलाह देते हुए वीसी ने विश्वविद्यालय और समाज में विद्यार्थियों और शिक्षकों द्वारा अपने अच्छे कामों की छोटी-छोटी वीडियो बनाने की सलाह दी। साथ ही एक या दो पेज के उनके द्वारा कोरोना संकटकाल में किए गए कामों को लिखने की भी सलाह दी गई। बेस्ट वीडियो और बेस्ट राइटर को विश्वविद्यालय प्रशासन पुरस्कृत करेगा। उन्होंने कहा कि सफलता प्राप्ति के लिए सही ²ष्टिकोण का होना ही आवश्यक है, जो कि वैल्यू एजुकेशन से प्राप्त किया जा सकता है।