एक तो मौसम की मार, फिर फसल बेचने के लिए करना पड़ रहा इंतजार
देश के अन्नदाता पर बेशक मौसम की मार पड़ी हुई है फिर भी उसने अपनी फसलों की कटाई धड़ल्ले से शुरू कर दी है। इन सब के बावजूद नरवाना की कई अनाज मंडियों में सरकारी एजेंसियों ने अभी तक खरीद शुरू ही नहीं की है।
संवाद सूत्र, नरवाना : देश के अन्नदाता पर बेशक मौसम की मार पड़ी हुई है, फिर भी उसने अपनी फसलों की कटाई धड़ल्ले से शुरू कर दी है। इन सब के बावजूद नरवाना की कई अनाज मंडियों में सरकारी एजेंसियों ने अभी तक खरीद शुरू ही नहीं की है। इनमें गढ़ी, बेलरखा, दनौदा, फरैण कलां, खरल, मंगलपुर, फुलिया कलां, सुदकैन तथा उझाना की मंडियां शामिल हैं। हालांकि बुधवार तक नरवाना शहर की कपास मंडी तथा मेला मंडी में हैफेड व फूड एंड सप्लाई ने थोड़ी-बहुत खरीद तो की है, जिनमें हैफेड ने अपनी कुल खरीद 57925 क्विटल में से केवल 14 हजार क्विटल का ही उठान किया गया है, जबकि 43925 क्विटल गेहूं अभी खुले आसमान के नीचे पड़ी है। वहीं फूड एंड सप्लाई द्वारा 32220 क्विटल की खरीद तो की गई है और वह भी खुले आसमान के नीचे बिना उठान के पड़ी है। धमतान के मंडी में वेयर हाउस द्वारा 7975 क्विटल की अभी तक खरीद की गई है और कोई लिफ्टिग नहीं की गई। धनौरी मंडी में 2240 क्विटल खरीद कर उसका उठान करवा दिया गया। बरटा मंडी में 4560 क्विटल गेहूं की खरीद भी अपने उठाने का इंतजार कर रही है। इस प्रकार क्षेत्र की सभी मंडियों में अब तक की 104920 क्विटल गेहूं खरीद हुई है, जिसका सिर्फ 14 हजार क्विटल गेहूं का उठान हुआ है और कुल खरीद का 90920 क्विटल गेहूं मंडियों में पड़ा है।