रोडवेज की 171 बसों के थमे रहे पहिए, 134 कर्मचारियों की नोटिस, 12 पर एफआईआर
जागरण संवाददाता, जींद : रोडवेज बेड़े में किलोमीटर स्कीम के तहत 720 बसें शामिल करने के विरोध में मंगलवार को जिले में 171 बसों के पहिए थमे रहे। जींद व नरवाना डिपो की सभी बसें बंद रही। मात्र सफीदों डिपो से एक बस चली। विभागीय अधिकारियों ने हड़ताल में शामिल हुए दो साल के प्रोबेशन पीरियड पर चल रहे 134 कर्मचारियों को नोटिस जारी कर दिया। अन्य 12 कर्मचारियों पर एफआईआर करवाने के आदेश भी दिए गए हैं।
जागरण संवाददाता, जींद : रोडवेज बेड़े में किलोमीटर स्कीम के तहत 720 बसें शामिल करने के विरोध में मंगलवार को जिले में 171 बसों के पहिए थमे रहे। जींद व नरवाना डिपो की सभी बसें बंद रही। मात्र सफीदों डिपो से एक बस चली। विभागीय अधिकारियों ने हड़ताल में शामिल हुए दो साल के प्रोबेशन पीरियड पर चल रहे 134 कर्मचारियों को नोटिस जारी कर दिया। अन्य 12 कर्मचारियों पर एफआईआर करवाने के आदेश भी दिए गए हैं। हड़ताल के पहले दिन चालकों में 308 में से 283, परिचालकों में 294 में से 263 और वर्कशॉप में 110 में से 17 कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं आए। प्रबंधक के 153 में से 126 कर्मचारी हड़ताल पर रहे, जिनमें क्लर्क व अन्य स्टाफ शामिल है। कुल मिलाकर जिले में रोडवेज चालक, परिचालक व क्लर्को सहित 865 कर्मचारी हैं, जिनमें से 689 कर्मचारी हड़ताल पर रहे।
मंगलवार अलसुबह प्रशासनिक अधिकारियों ने बसों को चलाने का प्रयास किया, लेकिन कोई चालक व परिचालक तैयार नहीं हुआ। हड़ताल के दौरान लंबे रूटों पर सिर्फ निजी बसें चलीं। सामान्य बस स्टैंड पर रोडवेज कर्मचारी सोमवार देर रात 12 बजे के बाद से ही धरने पर बैठ नारेबाजी करने लग गए थे। सोमवार रात 3 बजे रोडवेज जीएम पुलिस प्रशासन के साथ सामान्य बस स्टैंड पर कर्मचारियों को समझाने पहुंचे, लेकिन सभी यूनियनों के कर्मचारी हड़ताल पर डटे रहे।
जब कर्मचारियों ने प्रशासनिक अधिकारियों की नहीं मानी तो एक घंटे बाद रोडवेज जीएम ने एक बस को स्टार्ट करवाने के बाद ड्राइवर की सीट पर बैठकर फोटो ¨खचवाई और नीचे उतर गए। वहीं, बसें न चलने से विभाग को 12 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। दूसरे दिन बुधवार को भी इसी तरह बसों का चक्का जाम रहेगा। जिसकी वजह से दो दिनों रोडवेज को 25 लाख रुपये का नुकसान होने की संभावना है। दिनभर यात्री हुए परेशान
मंगलवार को पूरा दिन बस का चक्का जाम रहने के चलते बस स्टैंड पर आने वाले यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। वह बस स्टैंड पर आने के बाद अपने गंतव्य तक जाने के लिए वाहनों की तलाश में इधर-उधर घूमते दिखाई दिए। नाइट स्टे पर रुकने वाली बसों के चालकों व परिचालक भी धरने पर ही बैठ गए थे। यूनियन कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि उनकी मांगों को इन दिनों के अंतराल में नहीं माना तो अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर देंगे। वहीं, निजी बस चालकों ने जमकर चांदी कूटी। निजी बस चालकों ने सवारियों को बस अड्डे से बाहर उतारा और वहीं से चढ़ाया। मैक्सी कैब भी बस स्टैंड के बाहर से ठसाठस भर कर चली। कर्मचारियों ने जीएम के सामने लगाए नारे
सामान्य बस स्टैंड पर सुबह चार बजे के करीब जैसे ही रोडवेज जीएम बस को चलाने के लिए बस में बैठे तो हड़ताल कर रहे रोडवेज यूनियन कर्मचारियों ने जीएम व सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। मेरा डी ग्रुप का रेलवे की परीक्षा अंबाला में है। जिसकी वजह से वह पौने चार बजे बस स्टैंड पर आ गया था ताकि वह परीक्षा केंद्र पर जल्दी पहुंच सके। बस स्टैंड पर आकर पता चला की कोई भी बस नहीं चल रही है, तो परीक्षा के समय तक पहुंच पाना मुश्किल है। ऐसे में तो जाने का ओर कोई साधन ही देखना पड़ेगा।
सुनील शर्मा, यात्री, जींद। सरकार ने अगर किसी भी प्रकार से कोई भी दमनकारी नीति अपनाने की कोशिश की तो यह धरना अनिश्चितकालीन किया जाएगा। उसके बाद की जिम्मेदारी प्रशासन व सरकार की होगी। यह जो मांगे हो रही है वह रोडवेज कर्मचारियों के लिए नहीं, बेरोजगार युवाओं के लिए है।
अनूप लाठर, प्रधान, हरियाणा कर्मचारी महासंघ सुबह को निकालने का प्रयास किया था, लेकिन कोई पेयर न मिलने की वजह से नहीं निकाली गई। अभी तक हड़ताल में शामिल होने वाले 134 कर्मचारियों को नोटिस जारी किया गया है व 12 के खिलाफ एफआईआर के आदेश दिए गए हैं। यात्रियों को थोड़ी बहुत परेशानी तो हुई ही है।
आरएस पूनिया, रोडवेज, जीएम, जींद