सरकार ने चुनाव आयोग से की जींद उपचुनाव कराने की सिफारिश, अब गेंद आयोग के पाले में
पांच नगर निगमों में भाजपा की शानदार जीत के बाद प्रदेश सरकार ने जींद उपचुनाव के लिए कदम बढ़ा दिए हैं।
जेएनएन, चंडीगढ़। पांच नगर निगमों में भाजपा की शानदार जीत के बाद प्रदेश सरकार ने जींद उपचुनाव के लिए कदम बढ़ा दिए हैं। इनेलो विधायक डॉ. हरिचंद मिड्ढा के निधन के बाद रिक्त हुई इस विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए सरकार ने चुनाव आयोग को अपनी सहमति दे दी है। अब आयोग कभी भी शेड्यूल जारी कर सकता है।
जींद के इनेलो विधायक हरिचंद मिड्ढा का देहांत 26 अगस्त को हुआ था। नियमानुसार छह महीने के भीतर उपचुनाव कराना जरूरी होता है। चूंकि यह समयसीमा 25 फरवरी को पूरी हो रही है, इसलिए चुनाव आयोग 28 दिसंबर के शीतकालीन सत्र के बाद कभी भी चुनाव का शेड्यूल जारी कर सकता है।
पहले जींद उपचुनाव को लेकर ढीला रुख अख्तियार करके चल रही सरकार निकाय चुनाव में क्लीन स्विप के बाद अब उपचुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। हरिचंद मिड्ढा के बेटे कृष्ण मिड्ढा को भाजपा ने अपने पाले में लाकर जाटलैंड जींद में मजबूती से पैर जमाए हैं। कंडेला खाप के प्रधान टेकराम कंडेला भी पार्टी में शामिल हो चुके। सत्तारूढ़ भाजपा की इस कवायद को सीधे तौर पर जींद उपचुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।
उधर, विपक्षी दलों ने भी उपचुनाव नजदीक देख अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पूर्व मंत्री बृजमोहन सिंगला के बेटे अंशुल सिंगला को कांग्रेस ज्वाइन करवा चुके। इसके अलावा जींद में अच्छा प्रभाव रखने वाले बलजीत रेढू पर भी उनकी नजर है। कांग्रेस टिकट पर जींद से पिछला चुनाव लड़ चुके प्रमोद सहवाग हरियाणा कांग्रेस के प्रधान अशोक तंवर के जरिये फिर से टिकट के लिए लाबिंग कर रहे हैं।
इनेलो के लिए फिर से जींद सीट पर कब्जा करना बड़ी चुनौती है। कांग्रेस के साथ ही भाजपा के बागी सांसद राजकुमार सैनी कई लोगों का खेल बिगाड़ेंगे। इनेलो से अलग होकर जननायक जनता पार्टी का गठन करने वाले सांसद दुष्यंत चौटाला भी पूरे दमखम से मैदान में होंगे। पूर्व मंत्री मांगेराम गुप्ता के साथ सांसद की मंत्रणा के बाद सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि वह किसे अपना उम्मीदवार बनाते हैं।
सरकार जींद उपचुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार
मुख्यमंत्री मनोहर लाल का कहना है कि सरकार जींद उपचुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है। हमने चुनाव आयोग को अपनी सहमति दे दी है और अब वहीं से चुनाव के शेड्यूल की घोषणा होगी। जहां तक उपचुनाव में जीत-हार की बात है, हमें सोचने की जरूरत नहीं। सोचने की जरूरत तो विपक्ष को है। भाजपा इस उपचुनाव में जीत हासिल करेगी।