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ग्रीनफील्ड हाइवे के लिए जिले के 21 गांवों की 373 हेक्टेयर भूमि का होगा अधिग्रहण

कर्मपाल गिल, जींद कुरुक्षेत्र जिले के गांव गंगहेड़ी से शुरू होकर नारनौल तक बनने वाले प्रदेश

By JagranEdited By: Published: Sun, 02 Sep 2018 01:20 AM (IST)Updated: Sun, 02 Sep 2018 01:20 AM (IST)
ग्रीनफील्ड हाइवे के लिए जिले के 21 गांवों की 373 हेक्टेयर भूमि का होगा अधिग्रहण

कर्मपाल गिल, जींद

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कुरुक्षेत्र जिले के गांव गंगहेड़ी से शुरू होकर नारनौल तक बनने वाले प्रदेश के सबसे बड़े 230 किलोमीटर लंबे ग्रीनफील्ड फोरलेन नेशनल हाइवे के लिए जिले में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया रफ्तार पकड़ रही है। इस हाइवे के लिए जींद जिले में 373 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होगा, जिसके लिए 3ए का नोटिफिकेशन पहले ही जारी हो चुका है। अब जिला प्रशासन जल्द ही 3डी का नोटिफिकेशन भी जारी करने वाला है।

यह ग्रीनफील्ड नेशनल हाइवे जिले के किन गांवों से होकर निकलेगा और किस गांव से कितनी जमीन का अधिग्रहण होगा, इसका सर्वे कर लिया गया है। जींद जिले में इस हाइवे की लंबाई करीब 40 किलोमीटर की होगी, जिसके लिए 21 गांवों से 373.2354 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण करने के लिए 3ए के तहत नोटिफिकेशन जारी किया जा चुका है। इसके बाद सभी विवाद भी निपटाए जा चुके हैं। इस हाइवे का निर्माण करने जा रही नेशनल हाइवे अथॉरिटी आफ इंडिया (एनएचएआइ) ने भी तेजी दिखाते हुए भिवानी में अपना कार्यालय खोलकर प्रोजेक्ट डायरेक्टर (पीडी) बैठा दिया है, जिनकी देखरेख में सारा कार्य होगा। एचएचएआइ ने इस हाइवे को 152-डी नंबर दिया है, जो जींद समेत आठ जिलों कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, जींद, रोहतक, भिवानी, चरखीदादरी और महेंद्रगढ़ से होकर गुजरेगा। कुरुक्षेत्र के गंगहेड़ी से पिहोवा बाईपास द्वारा यह दिल्ली-अमृतसर एनएच-1 से जुड़ जाएगा और नारनौल बाईपास पर एनएच 48बी के साथ कनेक्ट होगा। इस हाइवे पर तेज गति से कार्य करने के लिए एनएचएआइ समेत प्रदेश सरकार भी सक्रिय है। हरियाणा के लिए भी यह महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। इससे उत्तरी हरियाणा और दक्षिण हरियाणा का सीधा जुड़ाव हो जाएगा।

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--कलेक्टर रेट का डबल मुआवजा

नेशनल हाइवे के लिए जमीन अधिग्रहण के लिए 3ए का नोटिफिकेशन जारी होने के बाद अब गांवों में सिर्फ मुआवजे की ही चर्चाएं चल रही हैं। कहीं एक एकड़ के लिए एक करोड़ रुपये तो कहीं 70 से 80 लाख रुपये मिलने की चर्चाएं हैं। जिला राजस्व अधिकारी रामफल कटारिया ने बताया कि मुआवजे में कलेक्टर रेट का 100 प्रतिशत सोलिसियम दिया जाएगा। यानि कलेक्टर रेट के हिसाब से 20 लाख की जमीन है तो 40 लाख रुपये मुआवजा मिलेगा। जब जमीन का अवार्ड घोषित हो जाएगा, उसके बाद जितना भी समय लगेगा, उस समय का ब्याज भी दिया जाएगा।

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किलाजफरगढ़ की जमीन का रिकॉर्ड नहीं

हाइवे के लिए जमीन अधिग्रहण का सर्वे करने वाले एजेंसी ने जिले के उन सभी गांवों की जमीन का रिकॉर्ड जिला राजस्व कार्यालय में जमा कर दिया है, जिसका अधिग्रहण होना है। सिर्फ किलाजफरगढ़ गांव की जमीन का रिकॉर्ड अभी तक तैयार नहीं हुआ है। राजस्व कार्यालय के अनुसार किलाजफरगढ़ गांव की जमीन को छोड़कर अन्य गांवों की जमीन का 3ए नोटिफिकेशन पहले ही जारी हो चुका है। अब इन गांवों की जमीन का 3-डी नोटिफिकेशन की तैयारियां चल रही हैं।

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--किस गांव की कितनी जमीन का अधिग्रहण

गांव हेक्टेयर

आलनजोगी खेड़ा: 7.3294

रिटौली: 16.3357

खरक गादियां: 4.2497

जामनी: 40.1165

अमरावली खेड़ा: 15.2042

पिल्लूखेड़ा: 29.6409

धड़ौली: 1.7907

भिड़ताना: 17.2396

सिवाहा: 1.3127

आसन: 36.2609

ललित खेड़ा: 17.8316

निडाना: 27.4615

भैरोखेड़ा: 28.7455

चाबरी: 2.8417

ढिगाना: 7.4741

नंदगढ़: 12.4973

लिजवाना खुर्द: 13.1018

सिरसा खेड़ी: 10.1254

फतेहगढ़: 17.4876

लिजवाना कलां: 42.7022

बुढ़ाखेड़ा लाठर: 23.4864

कुल जमीन: 373.2354 हेक्टेयर


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