आमदनी बढ़ाने के लिए किसान बागवानी फसलों को अपनाएं : डा. गोयल
महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय करनाल द्वारा रविवार को शहीद कैप्टन पवन कुमार क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र बधाना में किसान गोष्ठी का आयोजन निदेशक डा. रमेश कुमार गोयल की अध्यक्षता में किया गया। किसान गोष्ठी में किसानों को बागवानी फसलों में विविधीकरण के महत्व और शरद ऋतु में फलों व सब्जियों बागवानी फसलों की देखरेख के बारे जानकारी दी गई।
जागरण संवाददाता, जींद : महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय करनाल द्वारा रविवार को शहीद कैप्टन पवन कुमार क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र बधाना में किसान गोष्ठी का आयोजन निदेशक डा. रमेश कुमार गोयल की अध्यक्षता में किया गया। किसान गोष्ठी में किसानों को बागवानी फसलों में विविधीकरण के महत्व और शरद ऋतु में फलों व सब्जियों बागवानी फसलों की देखरेख के बारे जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि आमदनी बढ़ाने के लिए किसानों को बागवानी वाली फसलों को अपनाकर विविधिकरण करना चाहिए। क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र पर हाइटेक नर्सरी व शैडनेट हाउस की स्थापना की गई है। जिससे किसानों को उच्च गुणवत्ता वाली विषाणु मुक्त मिट्टी रहित माध्यम में उच्च कोटि की अच्छी गुणवत्ता वाली सब्जियों की पौध किसानों द्वारा दिए गए बीज से पैदा करके किसानों को दी जाएगी। महंगे बीज होने के कारण किसान खुद पौध तैयार करने में सक्षम नहीं है। अच्छी गुणवत्ता वाली पौध से किसान अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकेंगे और उनकी आमदनी में भी बढ़ोतरी होगी। हाइटेक पोली हाउस में बेमौसमी सब्जियां जैसे टमाटर, शिमला मिर्च, खीरा उगाकर अधिक मुनाफा ले सकेंगे। इसमें कीटों व रोगों का नियंत्रण आसानी से शत प्रतिशत किया जा सकता है। सब्जियों की गुणवत्ता बनी रहती है और बाजार में अधिक भाव मिलता है। उन्होंने किसानों को आह्वान किया कि वो भी अपने खेतों में बागवानी वाली फसलों को अपनाएं। अच्छी गुणवत्ता वाली पौध विश्वविद्यालय के हाइटेक पोली हाउस में कम लागत से तैयार की गई पौध का इस्तमाल करें। किसान अपनी इच्छा से जो भी सब्जी व उनकी किस्म लगाना चाहते हैं, उसका बीज देकर विश्वविद्यालय द्वारा पौध तैयार करके किसानों को दी जाएगी। फार्म मैनेजर प्रवेंद्र कुमार, डा. सुरेश ने किसानों को शरद ऋतु में फलों व सब्जियों बागवानी फसलों की देखरेख के बारे में जानकारी दी। किसानों बीज के पैकेट निश्शुल्क वितरित किए गए।