भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को सदस्यता कॉपियों से तोलकर करेंगे सम्मान : बीरेंद्र सिंह
पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि वह अपने 17 हजार कार्यकर्ताओं के साथ पांच साल पहले जींद की धरती पर रैली कर भाजपा में शामिल हुए थे।
संवाद सूत्र, उचाना : पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि वह अपने 17 हजार कार्यकर्ताओं के साथ पांच साल पहले जींद की धरती पर रैली कर भाजपा में शामिल हुए थे। इस रैली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पहुंचे थे। अब 16 अगस्त को भाजपा में शामिल होने पर पांच साल पूरे होने पर वह जींद में रैली करेंगे। इस रैली में भी भाजपा के राष्ट्रीयध्यक्ष अमित शाह पहुंचेंगे। गृहमंत्री बनने पर उनका रैली के माध्यम से अभिनंदन भी किया जाएगा। इस दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शाह को भाजपा सदस्यता अभियान की कॉपियों से तोलकर सम्मानित करेंगे।
राजीव गांधी महाविद्यालय उचाना के सभागार में भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए बीरेंद्र सिंह ने कहा कि सीएम मनोहर लाल आने वाले दिनों में प्रदेश भर के सभी हलकों में रथ यात्रा निकालेंगे। इस यात्रा के दो उद्देश्य हैं, कार्यकर्ताओं की ऊर्जा शक्ति को बढ़ाना और जो विकास कार्य हुए हैं, उनका उद्घाटन और शिलान्यास करना। इनमें जींद में बाईपास रोड, उचाना में 50 बेड के अस्पताल की बिल्डिग, अलेवा में कम्यूनिटी सेंटर, नगूरां में पीएचसी, खटकड़ में स्टेडियम के उद्घाटन शामिल है। सीएम इस यात्रा के दौरान थुआ, पेगां, डाहोला में स्टेडियमों के निर्माण का शिलान्यास भी करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडलध्यक्ष रणधीर मंगलपुर, कुलबीर घोघड़ियां, ऋषि भार्गव ने संयुक्त रूप से की। आज प्रदेश में विपक्ष दिखाई ही नहीं देता
बीरेंद्र सिंह ने कहा कि ऐसा कभी कभार ही होता है, जब विपक्ष नजर नहीं आता है। आज प्रदेश में विपक्ष दिखाई नहीं दे रहा है। कुछ समय पहले हरियाणा में भाजपा की यह स्थिति थी कि कई हलकों में तो दो से आठ हजार मत आएंगे। लेकिन तीन महीने में ही प्रदेश में ऐसी हवा बदली कि आज विपक्ष में कोई पार्टी नजर नहीं आ रही है। लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद प्रदेश में हालात बिल्कुल बदल गए है। उन्होंने कहा कि मैं कोई भी चुनाव नहीं लडूंगा लेकिन चुनाव लडवाऊंगा जरूर। मैंने कभी भी जात-पात, धर्म के नाम पर राजनीति नहीं की है। हलके से सात चुनाव लड़े है, जिनमें से पांच में वह जीते है। इस मौके पर अमरपाल राणा, ओमप्रकाश थुआ, सज्जन सिंह, हरेंद्र डूमरखां, संजीव डूमरखां, सुरेंद्र गर्ग, देवेंद्र अत्री, नसीब दनौदा, धर्मेद्र चहल, डॉ. रामचंद्र जांगड़ा, संजीव बुआना, अनिल अलेवा, बिजेंद्र डूमरखां, कपिल खरकभूरा, दिलबाग श्योकंद, सज्जन चौधरी, प्रदीप मोर, अनूप श्योकंद, रमेश श्योकंद, जितेंद्र डूमरखां, अब्दुल रज्जाक, राजा बुडायन, प्रदीप भौंसला, गुरनाम पालवां मौजूद रहे।