दुष्यंत तुम्हें सौंप कर जा रहा हूं, इसे संभालने की जिम्मेदारी अब आपकी : अजय चौटाला
मैं राजनैतिक षड्यंत्र के तहत पहले ही दस साल की सजा काट रहा हूं। मैंने पार्टी को मजबूत करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। पूरे प्रदेश को 662 किलोमीटर पैदल चल कर नाप दिया। दिन देखा न रात, पार्टी के लिए चलता ही रहा।
जागरण संवाददाता, जींद : मैं राजनैतिक षड्यंत्र के तहत पहले ही दस साल की सजा काट रहा हूं। मैंने पार्टी को मजबूत करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। पूरे प्रदेश को 662 किलोमीटर पैदल चल कर नाप दिया। दिन देखा न रात, पार्टी के लिए चलता ही रहा। मैंने यह सब प्रदेश का मुख्यमंत्री की कुर्सी पाने के लिए नहीं किया बल्कि पार्टी सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला को सीएम बनाने के लिए किया था। पर अब पार्टी में कुछ ऐसे लोग काबिज हो गए, जिन्हें मेरे जेल जाने पर भी तरस नहीं आया और 14 दिन के लिए जेल से छुट्टी आते ही मुझे पार्टी से निकाल दिया। आखिर एक बार मुझे मेरा कुसूर तो बता देते तो मेरे मन को तसल्ली मिलती। भरे मन से ये शब्द कहते हुए डा. अजय ¨सह चौटाला ने कहा कि मैं दुष्यंत को तुम्हारे हवाले सौंप कर जा रहा हूं। इसे संभालने की जिम्मेवारी अब आपकी है। अगले एक सप्ताह में नई पार्टी के गठन के लिए कानूनी प्रकियाएं पूरी कर ली जाएंगी और 9 दिसंबर को पार्टी का नाम का भी ऐलान हो जाएगा और चुनाव निशान और पार्टी का झंडा भी आपके हाथों में आ जाएगा। अब चलता हूं दोस्तो और 20 तारीख को जाकर आपके दिए इस्तीफे जेल में जाकर पार्टी सुप्रीमो एवं मेरे पिता जी चौ. ओमप्रकाश चौटाला के हाथों में सौंप दूंगा। उन्हें यह भी बताऊंगा कि ताऊ देवीलाल की बनाई गई पार्टी में वो लोकतंत्र नहीं रहा, जिसके लिए जानी जाती थी। अजय चौटाला ने कहा कि इनेलो में लोगों को डराया जाता है, धमकाया जाता है और कार्यकर्ताओं की शक्ल देखकर उन्हें जलील किया जाता है। उन्होंने कहा कि अब आपकी बनने जा रही नई पार्टी में न तो किसी को जलील करेगा और न किसी के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाएगा, आपके सम्मान की लड़ाई आखिरी दम तक लड़ता रहूंगा। यह मेरा आपसे वायदा है।
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