बुटानी में बालिका वधू बनने से बची किशोरी
जिला बाल विवाह निषेध अधिकारी कार्यालय की टीम ने बुटानी में मंगलवार देर रात को नाबालिग लड़की की शादी रुकवाई। सहायक बाल विवाह निषेध अधिकारी रवि लोहान ने दूल्हा-दुल्हन के उम्र संबंधित प्रमाणपत्र जांचे तो दोनों की आयु कम मिली।
जागरण संवाददाता, जींद : जिला बाल विवाह निषेध अधिकारी कार्यालय की टीम ने बुटानी में मंगलवार देर रात को नाबालिग लड़की की शादी रुकवाई। सहायक बाल विवाह निषेध अधिकारी रवि लोहान ने दूल्हा-दुल्हन के उम्र संबंधित प्रमाणपत्र जांचे तो दोनों की आयु कम मिली। जिसके बाद परिजनों ने शादी को स्थगित कर दिया।
चाइल्ड हेल्पलाइन को किसी ने फोन कर बताया कि बुटानी गांव में दो बहनों की शादी हो रही है। इनमें छोटी लड़की नाबालिग है। बड़ी बहन की विदाई हो चुकी है, जबकि नाबालिग की बरात गांव बाबरा जिला झज्जर से आ चुकी है। शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करते हुए सहायक बाल विवाह निषेध अधिकारी रवि लोहान, एएसआइ राजबीर सिंह, महिला कांस्टेबल रेनू, एसपीओ सुरेश कुमार गांव में पहुंचे।
रवि लोहान ने लड़की के परिवार वालों से जन्म से संबंधित कागजात मांगे। पहले तो उन्होंने आनाकानी की, पर बाद में कागज दे दिए। जांच में लड़की की उम्र मात्र 16 वर्ष मिली। वह दसवीं कक्षा में पढ़ती है।
इसके बाद टीम ने दूल्हे के जन्म से संबंधित कागजात मांगे तो बरात में हड़कंप मच गया। परिजनों ने कागज दिखाए तो दूल्हे की उम्र 21 वर्ष से कम मिली। परिजनों ने बताया कि लड़की के पिता की मौत हो चुकी है और मां ज्यादातर बीमार रहती है। इसलिए खर्चा बचाने के लिए ही बड़ी लड़की के साथ ही छोटी की शादी कर रहे थे।
टीम के सदस्यों ने परिजनों को समझाया कि दोनों बच्चे नाबालिग हैं। उनके बालिग होने पर ही शादी करें। इस पर दोनों परिवार सहमत हो गए और शादी को स्थगित कर दिया।