मां सरस्वती से शिक्षा का रोशन-ए-जहां करने के लिए की आराधना
वसंत पंचमी पर महाभारत कालीन जयंती देवी मंदिर में मां सरस्वती की आराधना करते हुए सैकड़ों श्रद्धालुओं ने शिक्षा से रोशन-ए-जहां करने के साथ ही मानव कल्याण की प्रार्थना की।
जागरण संवाददाता, जींद : वसंत पंचमी पर महाभारत कालीन जयंती देवी मंदिर में मां सरस्वती की आराधना करते हुए सैकड़ों श्रद्धालुओं ने शिक्षा से रोशन-ए-जहां करने के साथ ही मानव कल्याण की प्रार्थना की। इस दौरान गुप्त नवरात्र के शतचंडी मंत्रों और मां सरस्वती की आराधना के संगम के कारण माहौल पूरी तरह से भक्तिमय में रमा हुआ नजर आ रहा था। कुरुक्षेत्र से आए वेदपाठियों ने पंडित नवीन कुमार शास्त्री के साथ पूजा-अर्चना की। पंडित नवीन शास्त्री ने कहा कि बसंत पंचमी नए सुहाने मौसम का प्रतीक होता है। इस दिन से ठंड खत्म हो जाती है और खुशहाली के प्रतीक पीले रंग के फूल खुशनुमा भविष्य की ओर संकेत करते हैं।
उन्होंने कहा कि आज के दौर में बेटियों की शिक्षा जरूरी है। एक बेटी दो घरों को रोशन करती है। श्रद्धालुओं को संकल्प दिलाया गया कि बेटियों को उच्च शिक्षा दिलाने के लिए प्रयासरत रहेंगे। इस मौके पर मास्टर सुनील शांडिल्य, सुशील ¨सगला, मास्टर सोमबीर मलिक, विजय सचदेवा, राम सुनेजा, विनोद ¨सगला, अजय सैनी, अजय भोला, फूलकुमार शास्त्री, कृष्ण बुआना, राकेश शर्मा मौजूद रहे।
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5100 बेटियों को उच्च शिक्षा का दिलाया जाएगा संकल्प
जयंती देवी मंदिर के पुजारी नवीन कुमार शास्त्री ने बताया कि 18 फरवरी को मंदिर प्रांगण में एक साथ हजारों बेटियों को उच्च शिक्षा पाने का संकल्प दिलाया जाएगा। उस दिन 5100 कन्याओं के पूजन के साथ ही मुख्य अतिथि के तौर पर सोनीपत सांसद रमेश कौशिक, विधायक डॉ. कृष्ण मिढ़ा, एचपीएससी के सदस्य जयभगवान गोयल शिरकत आदि करेंगे।