वक्फ बोर्ड के काले कानून के विरोध में धरना देकर किया प्रदर्शन
वक्फ बोर्ड के काले कानून-2013 के विरोध में वक्फ बोर्ड एसोसिएशन ने शनिवार को रानी तालाब पर धरना देने के बाद जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और वक्फ बोर्ड का पुतला आग के हवाले किया।
जागरण संवाददाता, जींद : वक्फ बोर्ड के काले कानून-2013 के विरोध में वक्फ बोर्ड एसोसिएशन ने शनिवार को रानी तालाब पर धरना देने के बाद जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और वक्फ बोर्ड का पुतला आग के हवाले किया। एसोसिएशन के उपप्रधान अतुल चौहान ने बताया कि वक्फ बोर्ड के काले कानून से प्रभावित लोगों के सामने रोजगार और रिहायश का गंभीर संकट खड़ा हो रहा है। चौहान ने बताया कि इस काले कानून के अंतर्गत किसी भी वक्फ जायदाद का किराया कम से कम उसकी कलेक्टर दर का 2.5 प्रतिशत होगा, उसके बाद उसकी बोली लगाई जाएगी, जिसकी अधिक बोली होगी, वही आगे किरायेदार होगा और वर्तमान किरायेदार को अपना दुकान या मकान खाली करना होगा। उसके 3 साल बाद फिर यही प्रक्रिया अपनाई जाएगी, फिर वही अधिक बोली देने वाले किरायेदार के नाम दुकान या मकान कर दी जाएगी और उस समय बैठे हुए किरायेदार को फिर अपनी दुकान या मकान खाली करना होगा। इस तरह से यह काला कानून वक्फ बोर्ड के किरायेदारों के लिए एक तरह से आत्महत्या जैसा ही है। पहले के नियमों के अनुसार हर 3 साल बाद वक्फ जायदाद का रिन्यू हो जाता था और आपसी सहमति से नियमानुसार किराया बढ़ा दिया जाता था। अतुल चौहान ने बताया कि वक्फ जायदाद में ज्यादातर वह किरायेदार हैं, जो 1947 में पाकिस्तान से हिदुस्तान में आकर बसे थे। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार से मांग की कि कांग्रेस शासन में बने इस हिदू विरोधी कानू पर गंभीरता से विचार कर इसे खत्म किया जाए।