डिप्टी सीएम खुद की पैरवी के लिए मोदी व शाह से मिले: दीपेंद्र हुड्डा
वीरवार को उचाना हलके के छातर गांव की गोशाला में मुख्य अतिथि बोलते हुए दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि पीएम मोदी को कम से कम इंसानियत दिखाकर किसानों की मांग को मानना चाहिए।
संवाद सूत्र, उचाना : कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की पीएम मोदी व गृहमंत्री शाह से मुलाकात किसानों के लिए नहीं, बल्कि खुद की पैरवी के लिए हुई थी। डिप्टी सीएम दोनों नेताओं को भरोसा दिलाकर आए हैं कि उनकी गठबंधन की सरकार पांच साल चलेगी। किसान अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं और रोज मौत हो रही हैं। लेकिन डिप्टी सीएम ने उनकी पैरवी नहीं की। केंद्र व प्रदेश सरकार का किसानों की तरफ कोई ध्यान नहीं है।
वीरवार को उचाना हलके के छातर गांव की गोशाला में मुख्य अतिथि बोलते हुए दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि पीएम मोदी को कम से कम इंसानियत दिखाकर किसानों की मांग को मानना चाहिए। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक धरने में शामिल हैं। करनाल के कैमला में जो कुछ हुआ, वो सबने देखा। इस घटना के लिए सीधे तौर पर सीएम जिम्मेदार है। दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का 50वें दिन धरना जारी है। अनुशासन से किसान धरना दे रहे हैं। आंदोलन बहुत हुए हैं, लेकिन इस तरह के अनुशासन वाला आंदोलन आज तक नहीं हुआ है। हरियाणा, पंजाब के अलावा राजस्थान, यूपी के किसानों के साथ-साथ दूसरे राज्यों के किसानों का समर्थन भी मिल रहा है। तीन कृषि कानून लागू होते हैं, तो सबसे पहली मार किसानों पर पड़ेगी। लेकिन इस मार से कोई भी अछूता नहीं रहेगा। देश में 300 के करीब संगठन हैं, जो सभी कह रहे हैं कि ये कानून हमारे हक में नहीं है। इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश, विधायक सुभाष गंगोली, उमेद लोहान, स्वामी आर्यवेश, मांगेराम छातर, वीरेंद्र घोघड़िया, ईश्वर छातर, सतपाल श्योकंद, धर्मेंद्र ढुल, बलबीर पालवां, सुरेश उचाना खुर्द, वीरेंद्र छातर, जस्सी झील, अशोक संदलाना, राममेहर मोर, वीरेंद्र मोर, पुरुषोत्तम शमर, कृष्ण, रामकुमार शर्मा, रामसिंह, रामकुमार, पूर्व सरपंच लीलू, रामफल दबलैन, राजा छातर, भीमा मोर मौजूद रहे। सरकार जनता में खो चुकी भरोसा
कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रदेश की भाजपा-जजपा सरकार अपना भरोसा जनता में खो चुकी है, इसलिए हमने राज्यपाल से अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की है। इनेलो के विधायक अभय चौटाला द्वारा किसानों के समर्थन में इस्तीफे की पेशकश पर बोलते हुए कहा कि ये समय विपक्ष को एक साथ मिलकर लड़ाई लड़ने का है, इस्तीफा देकर बीजेपी सरकार की एक तरह से मदद हो जाएगी। इसलिए सदन में इनके खिलाफ वोटिग करें। किसी भी विधायक को इस्तीफा नहीं देना चाहिए बल्कि सदन में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सरकार के खिलाफ वोटिग कर किसानों की आवाज को बुलंद करना चाहिए। विपक्ष को एकजुट होने की जरूरत है। सरकार के खिलाफ वोटिग करके दिखाना चाहिए कि किसानों के साथ टकराने से सरकार नहीं चल सकती है। आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को कांग्रेस ने दिए 2-2 लाख रुपये
जागरण संवाददाता, जींद: दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान ठंड में जान गंवाने वाले किसानों को कांग्रेस विधायक की तरफ से 2-2 लाख रुपये की आर्थिक मदद की जाएगी। गोहाना से कांग्रेस विधायक जगबीर मलिक ने बताया कि सभी कांग्रेस विधायक मिलकर मृतक किसानों के आश्रितों को आर्थिक मदद करेंगे। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने पर मृतक किसानों के आश्रितों को नौकरी सहित अन्य मदद भी दी जाएगी। वीरवार को कांग्रेस विधायक सुभाष गांगोली, जगबीर मलिक, इंदुराज नरवाल भालू व सुरेंद्र पंवार ने गांव ईंटल कलां में मृतक किसान जगबीर व उझाना में मृतक किसान किताब सिंह के आश्रितों को 2-2 लाख की सहायता राशि दी। इस मौके पर इस मौके पर अंशुल सिगला, प्रो. धर्मेंद्र ढुल, प्रदीप गिल, जगबीर ढिगाना, रविद्र देशवाल, महावीर कंप्यूटर, दीपक पिडारा आदि मौजूद थे।