यूरिया खाद लेने के लिए किसानों की लगी भीड़, उचाना में साढ़े 11 हजार कट्टे पहुंचे
यूरिया खाद की मांग कम होने का नाम नहीं ले रही है। कड़ाके की ठंड में जहां लोग घरों में रजाई में दूबके हुए हैं तो किसानों का पूरा दिन भूखे-प्यासे मंडी में बीत रहा है।
संवाद सूत्र, उचाना : यूरिया खाद की मांग कम होने का नाम नहीं ले रही है। कड़ाके की ठंड में जहां लोग घरों में रजाई में दूबके हुए हैं तो किसानों का पूरा दिन भूखे-प्यासे मंडी में बीत रहा है। किसानों का कहना है कि हजारों बैग आने की जानकारी कृषि विभाग दे रहा है जबकि अब भी खाद की किल्लत है। पूरा दिन मंडी में ठंड में खाद का इंतजार करना पड़ रहा है। सैकड़ों किसान शुक्रवार को पूरा दिन खाद लेने का इंतजार करके वापस बैरंग लौटे। शनिवार को भी पूरा दिन उनका खाद लेने के लिए मंडी में बीता।
किसान बलजोर, जगबीर, मेशा, राजेश, कुलबीर ने कहा कि डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के खुद के हलके में ये हाल है तो दूसरे हलकों में क्या होगा। दो दिनों से ठंड बढ़ रही है, लेकिन किसान दुकानों के बाहर पूरा दिन बैठकर खाद मिलने का इंतजार करते रहते है। बारिश के बाद अब अगर समय पर गेहूं में खाद नहीं डाला तो गेहूं की फसल का उत्पादन प्रभावित हो जाएगा। हिसार लोकसभा से सांसद भाजपा के बृजेंद्र सिंह का हलका है तो उन्हें भी यहां खाद पहुंचाने के लिए अधिकारियों से बात करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि घरों से महिलाएं बच्चों के साथ मंडी में खाद लेने के लिए आई। पूरा दिन इंतजार करने के बाद उन्हें भी खाद नहीं मिला। किसानों को डिमांड के हिसाब से खाद उपलब्ध करवाएं ताकि गेहूं की फसल खराब न हो।
खंड कृषि अधिकारी पवन भारद्वाज ने बताया कि किसानों को आधार कार्ड पर खाद दिया गया। उचाना में 11 हजार 500 यूरिया खाद के बैग आए है। जरूरत के हिसाब से किसान खाद ले।