कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री से जींद की दस समस्याओं का मांगा समाधान
जागरण संवाददाता, जींद : प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य एवं जींद से प्रत्याशी रहे प्रमोद सहवाग न
जागरण संवाददाता, जींद : प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य एवं जींद से प्रत्याशी रहे प्रमोद सहवाग ने मुख्यमंत्री से जींद की दस समस्याओं के समाधान की मांग की है और इन पर सरकार का जवाब मांगा है। प्रमोद के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने इन समस्याओं पर मुख्यमंत्री का ध्यान दिलाने के लिए राज्यपाल के नाम एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा।
मंगलवार दोपहर पत्रकारों से बातचीत में प्रमोद सहवाग ने कहा कि मुख्यमंत्री 26 मई को जींद में रोड शो करने के लिए आ रहे हैं। इसलिए कांग्रेस उनका ध्यान ऐसे मसलों पर दिलाना चाहती है, जो जींद के लोगों के लिए बहुत जरूरी हैं। सहवाग ने कहा कि जींद में मेडिकल कॉलेज पर बातों के सिवाय अब तक कुछ नहीं हुआ है। यह जींद के साथ बड़ा ढकोसला है। जींद में स्वास्थ्य सेवाएं बदतर हो चुकी हैं। जिला मुख्यालय पर सामान्य अस्पताल में कोई भी एमएस सर्जन और एमडी सर्जन नहीं है। पूरे जिले में 207 की जगह केवल 62 डॉक्टर हैं। डॉक्टरों के बिना अस्पताल महज रेफरल सेंटर बनकर रह गए हैं। शहर का विकास कराने में नगरपरिषद पूरी तरह फेल साबित हुई है। हाउ¨सग बोर्ड की गलियों की सुध नहीं ली जा रही है। इस मौके पर पूर्व विधायक दयानंद शर्मा, मंजीत सैनी, महेंद्र ¨सह नैन, सतीश सरपंच, रामफल कुंडू, राधेश्याम शर्मा, अजमेर रेढू, गायत्री देवी, सौरभ भटनागर, डॉक्टर स्नेह लता, सूबेदार राय ¨सह, श्याम भौला, सुशीला ठाकुर, दलीप पूर्व पार्षद, हरपाल अलेवा, अर¨वद लाठर, अंकित अग्रवाल, विकास ओहलयाण, जितेंद्र कुहाड़, कृष्ण शयोकंद,सूरजभान ¨पडारा, सुलतान महैंदिया, जिनेंद्र बामनिया, जसबीर लाठर, उर्मिला आश्री, रेखा भारद्वाज, राकेश अत्री, विकास पौड़िया आदि कांग्रेसी नेता मौजूद थे।
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--ये हैं दस समस्याएं--
1. मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए आज तक धरातल पर कोई कार्य नहीं हुआ है।
2. चार साल से जींद से रोहतक फोरलेन रोड का कार्य बंद पड़ा है।
3. चौधरी रणबीर ¨सह विश्वविद्यालय को सरकार 50 करोड़ की ग्रांट दे ताकि यहां लॉ की पढ़ाई और अन्य कोर्स शुरू हो सकें।
4. एकलव्य स्टेडियम खेल विभाग को नहीं सौंपा गया है। बिना कोचों के खिलाड़ियों में निखार नहीं आ रहा है।
5. जींद के लोगों के लिए स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए नहरी पानी की व्यवस्था जरूरी है।
6. शहर के वातावरण को स्वच्छ बनाने के लिए हांसी रोड़ स्थित हडवारे को कहीं दूसरी जगह स्थापित करने की जरूरत है।
7. अर्बन एस्टेट, डिफेंस कॉलोनी, हुडा के तमाम सैक्टर और दूसरी कॉलोनियों की सड़कों और पार्कों का बुरा हाल है।
8. पोलीक्लीनिक जींद में मशीन न होने के कारण पशुपालकों को अच्छी सुविधा नहीं मिल पा रही।
9. मुख्यमंत्री ने सफीदों रोड पर जिस अटल पार्क की घोषणा की थी, उसका निर्माण कार्य आज तक शुरू नहीं किया है।
10. जींद जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों और आधुनिक मशीनों का अकाल पड़ा है। सरकार इन्हें पूरा करे।