नंदीशाला में गोवंश की मौत पर एसडीएम, डिप्टी डायरेक्टर व ईओ के खिलाफ थाने में दी शिकायत
जागरण संवाददाता, जींद : जयंती देवी मंदिर के पास बनाई गई अस्थाई नंदीशाला में आए दिन हो रही
जागरण संवाददाता, जींद : जयंती देवी मंदिर के पास बनाई गई अस्थाई नंदीशाला में आए दिन हो रही मौत को लेकर गऊ ज्ञान फाउंडेशन सिटी पुलिस थाना पहुंच गई। फाउंडेशन की पदाधिकारियों ने गोवंश की मौत के लिए नंदीशाला के लिए गठित कमेटी को जिम्मेदार ठहराते हुए एसडीएम, पशुपालन विभाग के उप निदेशक तथा नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी व अधिकारियों समेत कई पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखित शिकायत दी।
जिला प्रशासन द्वारा पिछले साल सड़कों पर घूम रहे अस्थायी गोवंश को आश्रय देने के लिए जयंती देवी मंदिर के सामने बागवानी विभाग की जमीन पर अस्थाई नंदीशाला बनाकर तीन हजार से ज्यादा गोवंश को रखा गया है। सोमवार को नंदीशाला पहुंची गऊ ज्ञान फाउंडेशन की पदाधिकारी सविता देवी व अन्य ने व्यवस्थाओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रशासन ने यहां हजारों की संख्या में गोवंश को मरने के लिए छोड़ दिया है। पर्याप्त चारा और समय पर पानी नहीं मिलने की वजह से प्रतिदिन 10 से 20 गोवंश मर रहे हैं। इस नंदीशाला के लिए जो कमेटी बनाई गई है, उसे ये भी पता नहीं है कि यहां कितनी गायें हैं और उनके लिए प्रतिदिन कितना चंदा आता है, चारा कितना मिल रहा है। न ही गोवंश की देखभाल के लिए पर्याप्त कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। जो चारा दिन में आता है, उसे वैसे ही जमीन पर डाल दिया जाता है। उन्होंने कहा कि प्रशासन गोवंश को संभालने में समर्थ नहीं है, तो वो इसकी जिम्मेदारी उनकी फाउंडेशन को दे। वहीं दिल्ली से टीम के साथ पहुंची भारतीय पशु कल्याण बोर्ड की सदस्या रिया ने कहा कि ताकतवर सांड कमजोर गायों व बछड़ों को चोट मार कर घायल कर देते हैं, जिनकी मरहम पट्टी करने की कोई व्यवस्था नहीं है। सिर्फ दिखावे के नाम पर कुछ चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई है।
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गो हत्याओं के लिए जिम्मेदार कौन
फाउंडेशन की पदाधिकारियों ने कहा कि नंदीशाला में अब तक सैकड़ों गोवंश की मौत हो चुकी है, जो सीधे तौर हत्या है। इन हत्याओं के लिए जिम्मेदार कौन है, यह प्रशासन तय करे और उनके खिलाफ कार्रवाई करे। वहीं बाद में सिटी थाना पहुंची पदाधिकारियों ने लिखित में शिकायत देकर मामले में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कार्रवाई करने की मांग की।
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प्रशासन का जवाब : पेट में पॉलीथीन से हो रही मौत
प्रशासन का कहना है कि नंदीशाला में तीन से चार हजार गोवंश है। प्रतिदिन बाहर से गाय आ रही हैं, जो सड़कों पर बाहर घूमते हुए पोलीथीन खा लेते हैं। बाद में इंफेक्शन से उनकी मौत हो जाती है। बाहर से आ रहे गोवंश घायल अवस्था में भी आ रहे हैं। पहले नंदीशाला में बाउंड्री वाल नहीं थी, जिस वजह से नंदी गायों को चोट पहुंचाते थे। अब बाउंड्री वाल खींच दी गई है। नंदीशाला में पानी की पर्याप्त व्यवस्था है और चिकित्सकों की जिम्मेदारी लगाई गई है। आसपास की गांवों की जमीन नंदीशाला के लिए ठेके पर लेने के लिए संपर्क किया जा रहा है, ताकि वहां चारा की फसल उगाई जा सकी।
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नंदीशाला में प्रशासन द्वारा पर्याप्त व्यवस्था की गई है, फिर भी सुधार की गुजाइंश हमेशा रहती है, उस पर लगातार काम किया जा रहा है। चारे की भी लगातार व्यवस्था की जा रही है। अगर कहीं शिकायत दी गई है, तो उसका जवाब दिया जाएगा।
महावीर प्रसाद, एसडीएम, जींद
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फाउंडेशन की पदाधिकारियों ने नंदीशाला की कमेटी के खिलाफ शिकायत दी है। शिकायत में नंदीशाला में पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने व गोवंश की देखभाल में लापरवाही की बात कही गई है। संबंधित विभागों के संज्ञान में यह मामला लाया जाएगा।
जगबीर, सिटी थाना प्रभारी, जींद