एक स्कूल ऐसा, जो पढ़ाई के साथ पर्यावरण पर दे रहा जोर
यहां के दनौदा गांव में एक स्कूल ऐसा भी है जो पढ़ाई के साथ-साथ पर्यावरण पर जोर देता आ रहा है। हम बात कर रहे हैं चंद्रशेखर स्कूल दनौदा की जिसके विद्यार्थी अपने प्रयासों से इस वसुंधरा को हरा-भरा बनाए रखने की कोशिश में जुटे हैं।
महासिंह श्योरान, नरवाना
यहां के दनौदा गांव में एक स्कूल ऐसा भी है, जो पढ़ाई के साथ-साथ पर्यावरण पर जोर देता आ रहा है। हम बात कर रहे हैं, चंद्रशेखर स्कूल दनौदा की, जिसके विद्यार्थी अपने प्रयासों से इस वसुंधरा को हरा-भरा बनाए रखने की कोशिश में जुटे हैं। प्राचार्य राजाराम का कहना है कि विकास की अंधी दौड़ में हम जाने-अनजाने में अपने परिवेश को काफी नुकसान पहुंचा रहे हैं, लेकिन पर्यावरण प्रदूषण से निजात पाने के लिए हमारा योगदान न के बराबर होता है। इससे आए दिन प्रदूषण में बढ़ोतरी होती जा रही है। हमारे विद्यालय के विद्यार्थी 1999 से शहर एवं गांव-गांव पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाने में काफी योगदान कर रहे हैं।
बच्चों को जन्मदिन पर भेंट किए जाते हैं पौधे
विद्यालय की ओर से बच्चों को उनके जन्मदिन पर पौधे देकर उन्हें अपने नाम से रोपने की परंपरा कायम है, जिस पर वे खरा भी उतर रहे हैं। बच्चों को पर्यावरण बचाने के लिए समय-समय पर बताया जाता है कि आज खुली हवा में सांस लेना दुभर हो गया है, क्योंकि हवा में चारों ओर घुटन और जलन महसूस हो रही है। इसलिए पर्यावरण संरक्षण की हम सब की नैतिक जिम्मेदारी है। शनिवार को विद्यार्थियों ने मास्क लगाकर अधिक से अधिक पौधे लगाने का संदेश दिया तथा सभी को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई गई।