डीएवी में सीएए व एनआरसी बिल सर्वसम्मति से पारित
डीएवी स्कूल में बाल संसद में सीएए और एनआरसी का बिल ध्वनि मत से पारित हो गया।
जागरण संवाददाता, जींद : डीएवी स्कूल में बाल संसद में सीएए और एनआरसी का बिल ध्वनि मत से पारित हो गया। बिल का समर्थन करने वाले विरोधी दलों के लोग भी बड़ी संख्या में थे। सत्ता पक्ष और विरोधी पक्ष के सदस्यों की भूमिका में स्कूल के छात्र ही थे। स्पीकर की भूमिका में माधव व अन्य मंत्रियों की भूमिका में रिया, अपार, सिया, नैतिक, निष्ठा विशेष इत्यादि बच्चे थे। संसद में 10 बिल प्रस्तुत किए गए, जिन पर विस्तार से चर्चा हुई। सदन की कार्यवाही देखने के लिए डीएवी के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी व जुलाना से दो बार एमएलए रहे परमेंद्र सिंह ढुल विशेष रूप से उपस्थित थे।
विरोधी पार्टियों ने कई बार हंगामा करने की कोशिश की, लेकिन स्पीकर के नियंत्रण के कारण शांति बनाए रखी गई। परमेंद्र ढुल ने बच्चों का सीए और एनआरसी तथा जीएसटीटी आदि विषयों पर विस्तृत ज्ञान देखकर चकित रह गए। उन्होंने बच्चों के ज्ञान की प्रशंसा करते हुए पार्लियामेंट चलाने की कला की भी प्रशंसा की। उन्होंने हरियाणा विधानसभा में हुए अनुभवों के आधार पर बच्चों को प्रसन्न कला तथा प्रश्नों के चयन एवं उत्तर तथा जीरो आवर और प्रश्नकाल के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने विधानसभा और संसद के सदस्यों के बोलने के अधिकार तथा बहस करने के अधिकार और प्रश्न पूछने के अधिकारों के बारे में भी चर्चा की। इससे पूर्व बच्चों ने पार्लियामेंट की स्थापना तथा पार्लियामेंट भवन इत्यादि के निर्माण एवं संवर्धन पर विस्तार से बताया। डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी ने कहा कि यही बच्चे हैं, जो कल को देश की बागडोर संभालेंगे। यह मॉक पार्लियामेंट है, लेकिन इन्हीं में से कोई कल को असली पार्लियामेंट का सदस्य बनेगा। डॉ. विद्यार्थी ने कहा कि शीघ्र ही डीएवी स्कूल के बच्चे देश की पार्लियामेंट का सेशन देखने के लिए दिल्ली जाएंगे ताकि वहां पर होने वाली कार्रवाई का वास्तविक स्वरूप की जानकारी बच्चों को हो सके।