श्रीराम के आदर्श अपनाने से जीवन के संकट होते दूर : विद्यार्थी
राम के सिद्धांतों को और आचरण को जीवन में उतारना ही राम की सच्ची पूजा है। श्रीराम को अपना आदर्श बनाया जाए तो जीवन के बहुत से संकट दूर हो सकते हैं।
जागरण संवाददाता, जींद : राम के सिद्धांतों को और आचरण को जीवन में उतारना ही राम की सच्ची पूजा है। श्रीराम को अपना आदर्श बनाया जाए तो जीवन के बहुत से संकट दूर हो सकते हैं। डीएवी पब्लिक में प्राचार्य डा. धर्मदेव विद्यार्थी ने राम बनो प्रतियोगिता के ऑनलाइन पुरस्कार वितरण समारोह में कहे। समारोह के मुख्य अतिथि खरावड़ मठ के मठाधीश स्वामी ओम प्रकाश ने सभी बच्चों को आशीर्वाद दिया तथा राम के आदर्शों को अपने जीवन में उतारने का आह्वान किया। हिसार से पधारे भरत एडवोकेट ने कहा कि बच्चों में ईश्वरीय भाव जगाने के लिए ऐसी प्रतियोगिता सुंदर माध्यम है। बच्चे इससे बहुत कुछ सीखते हैं। बचपन में दिए गए संस्कार जीवन भर मजबूत रहते हैं। इस मौके पर घर-घर में आयोजित राम बनो प्रतियोगिता के आधार पर प्रत्येक क्लास से एक बच्चे का चयन किया गया। निर्णायक मंडल में विश्व हिदू परिषद से नवीन जैन, जिला संयोजिका दुर्गा वाहिनी अन्नू जैन और बालकृष्ण सोनी ने निर्णायक भूमिका अदा की। इस मौके पर अनिल धींगरा, रामअवतार, मंजू परुथी, भारती इत्यादि ने विशेष रूप से भाग लिया।