उचाना और सफीदों जोन के शराब ठेके के नहीं मिले खरीदार
रिजर्व प्राइस में कटौती की। तीसरी बार की गई नीलामी में 3 जोन चौथी पांचवी में 3 जोन और छठी सातवीं तथा आठवी बार नीलामी प्रक्रिया में चार शराब ठेकों की नीलामी पूरी हुई। हालांकि प्रदेश के दूसरे जिलों में ज्यादातर ठेकों की नीलामी नहीं हो पाई है लेकिन जींद में केवल दो जोन ही बच रहे हैं। इस मामले में जींद का आबकारी विभाग कई जिलों से आगे चल रहा है।
जागरण संवाददाता, जींद : लॉकडाउन में राहत के बाद आबकारी एवं कराधान विभाग ने बचे हुए शराब ठेकों की नीलामी को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी। 9 बार नीलामी के बाद भी उचाना और सफीदों जोन के शराब ठेकों का खरीदार नहीं मिल पाया है। अब 26 मई को फिर से इन दोनों जोन के ठेकों की नीलामी होगी।
बताते चलें कि जिले में शराब ठेकों के 52 जोन हैं। इनमें से 40 जोन के ठेकों की नीलामी तो लॉकडाउन से पहले ही हो गई थी। 12 जोन की नीलामी लॉकडाउन के चलते नहीं हो पाई थी। लॉकडाउन 4.0 में ढील के बाद आबकारी एवं कराधान विभाग ने बचे हुए शराब ठेकों की नीलामी को लेकर प्रक्रिया शुरू की है। रिजर्व प्राइस में कटौती की। तीसरी बार की गई नीलामी में 3 जोन, चौथी, पांचवी में 3 जोन और छठी, सातवीं तथा आठवी बार नीलामी प्रक्रिया में चार शराब ठेकों की नीलामी पूरी हुई। हालांकि प्रदेश के दूसरे जिलों में ज्यादातर ठेकों की नीलामी नहीं हो पाई है, लेकिन जींद में केवल दो जोन ही बच रहे हैं। इस मामले में जींद का आबकारी विभाग कई जिलों से आगे चल रहा है।
31 गांवों के शराबबंदी के प्रस्ताव हो चुके हैं पास
जिले के 306 में से 31 गांवों के शराबबंदी के प्रस्ताव पास हो चुके हैं, इसलिए इस वित्तीय वर्ष में इन गांवों में ठेका नहीं खोला गया है। हालांकि 100 ग्राम पंचायतों ने शराबबंदी का प्रस्ताव पारित किया था। लगभग 103 करोड़ का रिजर्व प्राइस इस बार आबकारी एवं कराधान विभाग द्वारा रखा गया है।
सिर्फ दो जोन ही बचे
डीईटीसी रणधीर सिंह ने बताया कि शराब के 50 जोन की नीलामी हो चुकी है, केवल दो जोन ही बचे हैं, जिनकी 26 मई को नीलामी की जाएगी। ज्यादातर दूसरे जिलों में अभी तक आधे भी शराब ठेकों की नीलामी नहीं हो पाई है।