भगवान वाल्मीकि द्वारा दिखाए रास्ते पर चलकर सभ्य समाज का करें निर्माण : कृष्ण बेदी
जिला प्रशासन के सहयोग से वाल्मीकि धर्म समाज सेवा समिति ने रामराये गेट स्थित वाल्मीकि चौक पर महर्षि वाल्मीकि की जयंती मनाई।
जागरण संवाददाता, जींद : जिला प्रशासन के सहयोग से वाल्मीकि धर्म समाज सेवा समिति ने रामराये गेट स्थित वाल्मीकि चौक पर महर्षि वाल्मीकि की जयंती मनाई। इस अवसर पर शोभा यात्रा भी निकाली गई। जिसमें मुख्यातिथि मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव कृष्ण बेदी रहे। उन्होंने इस मौके पर कहा कि प्रदेश सरकार महापुरुषों की जयंती सरकारी स्तर पर मना रही है। ताकि उनके जीवन से लोग प्रेरणा लें। हजारों साल पहले महर्षि वाल्मीकि ने महाकाव्य रामायण की रचना की थी, उसकी मान्यता आज भी समाज के अंदर ज्यों की त्यों हैं। वो रचना पूरे मानव जीवन के कल्याण के लिए है। हमारे क्या कर्तव्य हैं, राजा की जनता के प्रति क्या जवाबदेही होनी चाहिए, वो इस महाकाव्य का सार है। व्यक्ति को अधर्म को छोड़कर धर्म के मार्ग पर चलना चाहिए। अनेकों संत महात्मा हुए हैं, जिनके दिखाए रास्ते पर चलकर हम अपने जीवन को सार्थक बना सकते हैं। हमें समाज में फैली कुरीतियां को दूर कर सभ्य समाज का निर्माण करने का प्रयास करना चाहिए। आयोजक समिति के सदस्य भारत भूषण टांक ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि जयंती के मौके पर आज पूरे शहर में झांकिया व शोभा यात्रा निकाल कर आमजन को उनके दिखाए रास्ते पर चलने का पर्यास किया गया है।
महापुरुषों से हमें सही मार्ग पर चलने की मिलती है प्रेरणा : एसडीएम
इससे पहले सुबह कार्यक्रम के शुभारंभ पर मुख्यातिथि एसडीएम दलबीर सिंह रहे। एसडीएम ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि संत महात्मा किसी एक धर्म, जाति अथवा समाज के न होकर संपूर्ण समाज को सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं। महर्षि वाल्मीकि ने भगवान श्री राम के आदर्श चरित्र को लिपिबद्ध कर मानव सभ्यता को महाग्रंथ रामायण का अनुपम उपहार भेंट किया था। हमें संत महात्माओं के दिखाए रास्ते पर चलना चाहिए। संतों द्वारा दी गई शिक्षाएं आज के आधुनिक युग में भी प्रासंगिक है। इस अवसर पर जिला कल्याण अधिकारी नरेंद्र सिंह, धर्म समाज सेवा समिति से रमेश कुमार, भारत भूषण टांक, नत्थू राम, ईश्वर बिडलान, अनिल कुमार, रामकुमार, कुलवंत राय तथा अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।