Move to Jagran APP

प्लांट बनने के दो साल बाद अस्पताल में शुरू हुई ऑक्सीजन की आटोमेटिक सप्लाई

नागरिक अस्पताल में दो साल पहले लगा ऑक्सीजन प्लांट सोमवार को शुरू कर दिया। अब नए भवन के वार्डों के साथ इमरजेंसी में मरीजों को हर बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा मिलेगी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 10 Sep 2019 07:20 AM (IST)Updated: Tue, 10 Sep 2019 07:20 AM (IST)
प्लांट बनने के दो साल बाद अस्पताल में शुरू हुई ऑक्सीजन की आटोमेटिक सप्लाई
प्लांट बनने के दो साल बाद अस्पताल में शुरू हुई ऑक्सीजन की आटोमेटिक सप्लाई

जागरण संवाददाता, जींद : नागरिक अस्पताल में दो साल पहले लगा ऑक्सीजन प्लांट सोमवार को शुरू कर दिया। अब नए भवन के वार्डों के साथ इमरजेंसी में मरीजों को हर बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा मिलेगी। सोमवार को नागरिक अस्पताल के डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला की देखरेख में आइनोक्स कंपनी द्वारा प्लांट में लगाए गए टैंक में लिक्विड ऑक्सीजन गैस भरने का काम किया। जिसके बाद अस्पताल में ऑक्सीजन गैस की आटोमेटिक सप्लाई वार्डों से लेकर आपरेशन थिएटर में शुरू हो गई। इससे दशकों सिलेंडर के सहारे चल रहे सिस्टम से निजात मिल गई। इस दौरान पीएमओ डा. शशिप्रभा अग्रवाल, बायो मेडिकल इंजीनियर वरूण भी मौजूद रहे।

loksabha election banner

अस्पताल की नई बिल्डिंग में ऑक्सीजन गैस की सप्लाई के लिए बने आटोमेटिक आक्सीजन प्लांट को आइनोक्स कंपनी चलाएगी। कंपनी को इसके लिए एक साल के लिए वर्क अलॉट किया गया है। फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट के नहीं मिल पाने के कारण ही नागरिक अस्पताल में आक्सीजन गैस की आटोमेटिक सप्लाई शुरू नहीं हो पा रही थी। अब फायर सेफ्टी को लेकर कंपनी को जरूरी सर्टिफिकेट मिल गया।

गैस टैंकर से भरी गई आक्सीजन गैस

ऑक्सीजन गैस को एक टैंकर में लाया गया और आक्सीजन गैस अस्पताल के टैंक में भरी गई। कंपनी इस टैंक में 5100 लीटर आक्सीजन भरी गई और अस्पताल में आटोमेटिक आक्सीजन गैस प्लांट को शुरू कर दिया। इससे अब आगामी एक साल ऑक्सीजन गैस चल पाएगी। इसकी मेंटेनेंस का काम पीडब्ल्यूडी एंड बीएंडआर द्वारा किया जाएगा।

पैरा मेडिकल स्टाफ से मिलेगी राहत

ऑक्सीजन की आटोमेटिक सप्लाई शुरू होने से मरीजों से लेकर चिकित्सकों और अस्पताल के पैरा मेडिकल स्टाफ को बहुत बड़ी राहत मिलेगी। अस्पताल में हर वार्ड के हर बेड तक ऑक्सीजन गैस मिलेगी और मरीजों को दिक्कत होते ही तुरंत ऑक्सीजन मिल जाएगी। इससे पहले सिलेंडर की व्यवस्था के कारण काफी देर लग जाती थी और इतनी देर में मरीज की हालात खराब हो जाती थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.