एएमओ करेंगे कृमिनाशक अभियान की निगरानी : सिविल सर्जन
19 साल तक की उम्र के बच्चों को उनके घर-घर जाकर खिलाएंगे गोलियां।
जागरण संवाददाता, जींद : 19 साल तक की उम्र के बच्चों को उनके घर-घर जाकर पेट में पलने वाले कीड़ों को मारने के लिए एलबेंडाजोल की गोलियां खिलाए जाने की निगरानी आरबीएसके के तहत काम कर रहे एएमओ करेंगे। एएमओ को इस बारे शुक्रवार दोपहर बाद सिविल अस्पताल के ट्रेनिग हाल में बुलाई गई बैठक में सिविल सर्जन डॉ. मंजीत सिंह ने जरूरी निर्देश दिए। 12 से 17 अक्टूबर तक एनएचएम द्वारा एनडीडी कार्यक्रम चलाया जाएगा। कोरोना संक्रमण की दस्तक से पहले बच्चों को गोलियां स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में जाकर खिलाई जाती थी। इस बार बदले हुए हालात में बच्चों को एलबेंडाजोल की गोलियां घर-घर जाकर खिलाई जाएंगी। बच्चों को एलबेंडाजोल की गोलियां खिलाए जाने की निगरानी का काम आरबीएसके के तहत काम कर रहे एएमओ को दिया गया है। शुक्रवार को सिविल अस्पताल के ट्रेनिग हाल में आरबीएसके के एएमओ की जरूरी बैठक सिविल सर्जन डा. मंजीत सिंह की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में सिविल सर्जन ने एएमओ से कहा कि वह 19 साल तक की उम्र के बच्चों को एलबैंडाजोल की गोलियां खिलाए जाने की निगरानी पूरी मुस्तैदी से करेंगे। इसमें किसी तरह की ढील सहन नहीं की जाएगी। बैठक में स्कूल हेल्थ के डिप्टी सिविल सर्जन डा. रमेश पांचाल, एनएचएम के डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. आरएस पूनिया, आरकेएसके की डीएएचओ डॉ.पुष्पा जागलान समेत दूसरे अधिकारी मौजूद थे। डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. रमेश पांचाल ने एएमओ को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों को एलबैंडाजोल की गोलियां खिलाए जाने की सही निगरानी बेहद जरूरी है। डीएएचओ डा. पुष्पा जागलान ने कहा कि बच्चों की अच्छी सेहत के लिए यह कार्यक्रम एनएचएम द्वारा चलाया जा रहा है।