यशपाल मलिक और उनके साथियों को गिरफ्तार न करने पर आंदोलन की चेतावनी
अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति अध्यक्ष मंडल ने मुकदमा दर्ज होने के पांच माह बाद भी यशपाल मलिक और उनके साथियों को गिरफ्तार न करने पर विरोध जताते हुए बीजेपी सरकार पर सह देने का आरोप लगाया है।
जागरण संवाददाता, जींद : अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति अध्यक्ष मंडल ने मुकदमा दर्ज होने के पांच माह बाद भी यशपाल मलिक और उनके साथियों को गिरफ्तार न करने पर विरोध जताते हुए बीजेपी सरकार पर सह देने का आरोप लगाया है। रविवार को जाट धर्मशाला में हुई अध्यक्ष मंडल की बैठक में प्रदेश संयोजक भरत सिंह बेनिवाल और जिला प्रधान वीरभान ढुल ने कहा कि अगर सरकार ने आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया, तो समाज सड़क पर उतरने को मजबूर होगा।
उन्होंने बताया कि जाट आरक्षण आंदोलन के चंदे में से 3785522 रुपये का यशपाल मलिक और उनके साथियों ने मिलकर गबन किया है। पिछले साल अक्टूबर में यशपाल मलिक समेत 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था, लेकिन आज तक गिरफ्तारी नहीं हुई। इससे साफ है कि सरकार समाज के लुटेरों को संरक्षण दे रही है। उसके पीछे सरकार की मंशा समाज को दो फाड़ करना है। महासिंह देशवाला और दिलबाग सिंह दलाल ने कहा कि जो पार्टी अपने घोषणा पत्र में जाट समेत छह जातियों को आरक्षण दिलाने, आरक्षण आंदोलन में जेलों में बंद जाट समाज के युवाओं रिहा कराने व आंदोलन के दौरान प्रदेश में जलाने वाले सांसद राजकुमार सैनी, यशपाल मलिक, मंत्री मनीष ग्रोवर तथा संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का वादा करेगी। लोकसभा चुनाव में उसी पार्टी का समर्थन करेंगे। बैठक में लोकसभा चुनाव के बाद जून में आंदोलन शुरू करने का फैसला लिया गया। इस अवसर पर किताब सिंह भनवाला, राजेंद्र हुड्डा, महेंद्र सिंह जागलान, पहलवान हवा सिंह, होशियार सिंह गिल, आजाद चहल, ईश्वर गिल, ईश्वर कंडेला, डॉ. दलबीर बीबीपुर आदि मौजूद रहे।