देवीलाल ने जहां शुरू किया था 'न्याय युद्ध', अजय ने वहीं से बेटों संग शुरू की नई पारी
चौधरी देवीलाल ने 32 साल पहले जींद के जिस मैदान से राजनीति बदलाव की हुंकार भरी थी और न्याय युद्ध शुरू की थी वहीं से आज उनके पोते अजय चौटाला बेटों संग नई पारी शुरू करने जा रहे हैं।
जींद, [कर्मपाल गिल]। बात 23 मार्च, 1986 की है। उस दिन चौ. देवीलाल ने जींद के हुडा ग्राउंड में समस्त हरियाणा सम्मेलन बुलाकर न्याय युद्ध की शुरुआत की थी। इस सम्मेलन में प्रदेशभर से लाखों लोगों की भीड़ जुटी थी। उस समय इसे दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी रैली बताया गया था। अब 32 साल बाद देवीलाल के पोते अजय चौटाला उसी मैदान से अपने बेटों दुष्यंत चौटला और दिग्विजय चौटाला के संग नई राजनीतिक पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं। शनिवार को उन्होंने इनेलो से अलग होने की घोषणा कर दी, लेकिन नई राजनीतिक पारी 9 दिसंबर कोे जींद के इसी मैदान से शुरू करेंगे।
कार्यकारिणी की बैठक के बाद हुडा ग्राउंड में कार्यकर्ताओं को करेंगे संबोधित अजय चौटाला
जींद की धरती चौ. देवीलाल परिवार के लिए सियासी तौर पर संघर्ष स्थली रही है। इस धरती ने देवीलाल परिवार को हर मुसीबत के समय राजनीतिक ऑक्सीजन दी है। 1986 में कांग्रेस की बंसीलाल सरकार के खिलाफ चौ. देवीलाल ने न्याय युद्ध जींद से शुरू किया था। तब लाखों लोगों की भीड़ जुटने के बाद प्रदेश में जनता दल के पक्ष में लहर बन गई थी।
1987 में हुए विधानसभा चुनाव में जनता दल-भाजपा गठबंधन को 90 में से 85 सीटें मिली थी। तब से इनेलो जींद जिले से ही अपना चुनावी मिशन शुरू करता रहा है। इसीलिए अब अजय चौटाला ने परिवार में छिड़ी रार के बीच जींद से ही नई राजनीतिक पारी शुरू करने का ऐलान किया है।
आज उन्होंने के सफीदों रोड पर दीप होटल में प्रदेश कार्यकारिणी की मीटिंगली। इसके बाद पूरी टीम के साथ उसी हुडा ग्राउंड में पहुंचें, जहां चौ. देवीलाल ने न्याय युद्ध की हुंकार भरी थी। अब इस मैदान काे चौधरी देवीलाल मैदान भी कहा जाता है। यहां प्रदेशभर से आए हजारों कार्यकर्ताओं के सामने प्रदेश कार्यकारिणी की मीटिंग में लिया गया फैसला सार्वजनिक किया गया।
अजय चौटाला, सांसद दुष्यंत और नैना चौटाला कई दिनों से लगातार कहते रहे कि जींद में बड़ा धमाका किया जाएगा। यह धमाका उन्होंने इनेलो से अलग नई पार्टी के गठन की घोषणा के संग कर दी। इस मौके पर नई पार्टी के नाम का एेलान तो नहीं किया गया, लेकिन साफ हो गया कि अजय चौटाला और उनके पुत्र दुष्यंत व दिग्विजय चौटाला नई राजनीतिक राह पर चलेंगे। अब वे 9 दिसंबर को नई पार्टी के नाम व झंडे का ऐलान 9 दिसंबर को करेंगे।
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जींद से बनती रही है लहर
सियासी गलियारों में जींद को प्रदेश की राजनीतिक राजधानी कहा जाता रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे बंसीलाल, देवीलाल, भूपेंद्र हुड्डा सहित ज्यादातर बड़े नेताओं ने जींद से अपनी राजनीतिक मुहिम शुरू की है। चौ. बंसीलाल ने 1995 में हरियाणा विकास पार्टी की बड़ी रैली की थी, जिसके बाद प्रदेश में उनकी लहर बनी थी और 1996 में वह सत्ता तक पहुंचे थे।
कंडेला कांड के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 2002 में जींद से किसान पदयात्रा शुरू की थी, जिसके बाद कांग्रेस में उनका कद बढ़ गया था और 2005 में वह सीएम की कुर्सी तक पहुंच गए थे। 2014 के विधानसभा चुनाव से पहले भी भाजपा ने जींद में बड़ी रैली की थी, जिसमें अमित शाह भी पहुंचे थे। प्रदेश के मध्य में पड़ने वाले जींद से उठने वाली राजनीतिक आवाज का पूरे प्रदेश में असर पड़ता है। इसीलिए शनिवार को अजय चौटाला भी जींद से ही नई राजनीतिक हुंकार भरेंगे।