चौटाला के डिप्टी सीएम बनने से एक्शन में प्रशासन, होने लगे काम
उचाना से विधायक एवं डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला से हलके के लोगों को विकास को लेकर काफी उम्मीदें हैं। डिप्टी सीएम बनने के बाद ही हलचल दिखाई देने लगी है। अनाज मंडी में स्ट्रीट लाइट लगने लगी हैं तो किसान सेवा केंद्र में भी पेंट करने का काम तेजी से होने लगा है।
संवाद सूत्र, उचाना : उचाना से विधायक एवं डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला से हलके के लोगों को विकास को लेकर काफी उम्मीदें हैं। डिप्टी सीएम बनने के बाद ही हलचल दिखाई देने लगी है। अनाज मंडी में स्ट्रीट लाइट लगने लगी हैं, तो किसान सेवा केंद्र में भी पेंट करने का काम तेजी से होने लगा है। शहर में जहां-जहां सड़क पर गड्ढे थे, वहां पैचवर्क का काम किया जा रहा है। खुद डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने नगरपालिका, अस्पताल सहित अन्य विभागों में रिक्त पड़े पदों की रिपोर्ट एसडीएम से मांगी है ताकि उन रिक्त पदों पर आने वाले दिनों में अधिकारियों, कर्मचारियों की नियुक्तियां हो सकें।
जीत बड़ी, तो लोगों को उम्मीद भी ज्यादा
दुष्यंत चौटाला ने भाजपा उम्मीदवार प्रेमलता को 47 हजार मतों से हरा कर हलके में 22 साल पुराना देशराज नंबरदार की 45 हजार की विधानसभा की जीत के रिकॉर्ड को तोड़ने का काम किया। अब जीत ज्यादा मिली है, तो लोगों को उम्मीद भी डिप्टी सीएम से ज्यादा है। यह जीत दर्ज कर जहां 2014 में प्रेमलता से मिली सात हजार के करीब मतों की हार का हिसाब बराबर किया। लोगों का मानना है कि दुष्यंत चौटाला ने भाजपा को समर्थन देकर सही फैसला किया है, क्योंकि लोगों को विकास की जरूरत है। अब सरकार में डिप्टी सीएम पद मिलने के बाद तो हलके के लोगों को विकास की उम्मीद अधिक हुई है।
किसानों को नहरी पानी तो युवाओं को स्टेडियम, कॉलेज की उम्मीद
ढाकल कोठी से रजवाहा निकाल कर डूमरखा कलां, डूमरखां खुर्द, सफा खेड़ी, खरकभूरा, करसिधु सहित काफी गांवों के किसानों को नहरी पानी मिलने की उम्मीद है। यहां से अगर रजवाहा निकालता है, तो किसानों को इसका फायदा होगा। युवाओं को खेल स्टेडियम बनने की उम्मीद है। अब तक गांव में तो मिनी स्टेडियम है। लेकिन उचाना में कोई स्टेडियम नहीं है। शहर में पार्क भी नहीं है शहर के लोगों को आने वाले दिनों में पार्क को लेकर कार्रवाई शुरू होने की उम्मीद है तो युवाओं को सरकारी कॉलेज की वर्षों पुरानी मांग भी पूरी होने की उम्मीद है।
दिखने लगा है सत्ता में हिस्सेदारी का असर
जोरा सिंह, वीरेंद्र कौशिक, जितेंद्र श्योकंद, नसीब घसो ने कहा कि सत्ता में हिस्सेदारी का असर साफ दिखाई देने लगा है। अलेवा, उचाना में पीआर धान की फसल को लेकर जहां एजेंसियों की संख्या बढ़ी तो खरीद भी तेजी से हुई। किसानों को पीआर बेचने के लिए परेशानी नहीं हुई। शहर में सफाई व्यवस्था बेहतर हुई तो शहर रात को दूधिया रोशनी में नहाए इसके लिए स्ट्रीट लाइटें लगाने के साथ-साथ नई स्ट्रीट लाइटें लगाने के लिए प्रशासन ने काम शुरू कर दिया है। बंदर पकड़वाने के लिए भी प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है। बस स्टैंड आने वाले दिनों में शुरू होने, अस्पतालों में रिक्त पदों पर नियुक्तियों की उम्मीद भी अब जगी है।