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जिले के 80 गांवों को मिला हर घर जल पंचायत अवार्ड

जल जीवन मिशन के तहत जिले के 80 गांवों को हर घर जल पंचायत अवार्ड मिला है। इन 80 गांवों के हर घर में जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा पेयजल का नियमित कनेक्शन किया जा चुका है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 12 Jan 2021 07:00 AM (IST)Updated: Tue, 12 Jan 2021 07:00 AM (IST)
जिले के 80 गांवों को मिला हर घर जल पंचायत अवार्ड
जिले के 80 गांवों को मिला हर घर जल पंचायत अवार्ड

प्रदीप घोघड़ियां, जींद : जल जीवन मिशन के तहत जिले के 80 गांवों को हर घर जल पंचायत अवार्ड मिला है। इन 80 गांवों के हर घर में जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा पेयजल का नियमित कनेक्शन किया जा चुका है। जिले के सभी गांवों के 1.90 लाख घरों में पेयजल के नियमित कनेक्शन विभाग द्वारा किए जाने हैं, जिनमें से 1.50 लाख घरों में कनेक्शन हो चुके हैं। विभाग का दावा है कि साल 2021 में ही हर घर में नियमित पेयजल कनेक्शन होगा।

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जल जीवन मिशन के तहत प्रत्येक ग्रामीण के घर में जाति, समुदाय, धर्म तथा वर्ण के भेदभाव किये बिना प्रतिदिन 55 लीटर प्रति व्यक्ति पीने योग्य पानी नल कनेक्शन से देने की योजना है। मिशन के लक्ष्य को केंद्र सरकार ने साल 2024 तक पूरा करने के लिए कहा है लेकिन प्रदेश सरकार द्वारा 2022 तक ही इसे हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत जन स्वास्थ्य विभाग ने तीन स्तरों में योजना का बांटा है। जिस गांव में 100 फीसदी घरों में पेयजल कनेक्शन हो जाएंगे, उसे हर घर जल अवार्ड दिया जाता है तो जिस ब्लॉक में सभी गांवों के 100 फीसदी पेयजल कनेक्शन नियमित होंगे, उसे हर घर नल ब्लॉक का अवार्ड मिलता है। अगर पूरा जिले में 100 फीसदी घरों में पेयजल के कनेक्शन नियमित हो जाते हैं तो उसे हर घर जल जिला अवार्ड से सम्मानित किया जाता है। जन जीवन मिशन के तहत यह है जिले में पेयजल के नियमित कनेक्शनों स्थिति

100 फीसदी पेयजल कनेक्शन - 80 गांवों में

90 से 100 फीसदी पेयजल कनेक्शन - 64 गांवों में

80 से 90 फीसदी पेयजल कनेक्शन - 43 गांवों में

70 से 80 फीसदी पेयजल कनेक्शन - 28 गांवों में

70 फीसदी से कम पेयजल कनेक्शन - 85 गांवों में फ्री में किया जाता है पेयजल कनेक्शन नियमित

जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस समय बिना किसी शुल्क के ही पेयजल के कनेक्शन को वैध किया जा रहा है। पेयजल का कनेक्शन वैध करवाने में पाइप, टेप, टोंटी, लेबर समेत करीब 4300 रुपये तक खर्च आता है। यह खर्च जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा खुद ही वहन किया जा रहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग अपने पेयजल कनेक्शन नियमित करवा सकें। जिन घरों में पेयजल कनेक्शन नहीं हैं, उनमें विभाग द्वारा फिजिकली तौर पर टेपयुक्त कनेक्शन दिए जा रहे हैं। इस साल होगा टारगेट पूरा : मताना

जन स्वास्थ्य विभाग के जिला सलाहकार रणधीर मताना ने बताया कि हर घर स्वच्छ पेयजल पहुंचाने का विभाग का टारगेट इस साल ही पूरा हो जाएगा। 78 फीसदी घरों में पेयजल कनेक्शन नियमित किये जा चुके हैं। 22 फीसदी घरों में इसी साल कर दिए जाएंगे। मताना ने कहा कि जिन घरों के बाहर पेयजल की पाइप लाइन नहीं हैं, वहां पर पेयजल पाइप लाइन बिछाने के लिए एस्टीमेट बना लिया गया है। वहां जल्द ही पाइप लाइन बिछा दी जाएगी।


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