3700 घरों में पाइप पर लगाई टूंटी, रोज बच रहा 4 लाख लीटर पानी
ागरण संवाददाता, जींद : सालभर पहले तक जिले के 141 गांवों में रोज लाखों लीटर पानी सिर्फ इसी कारण नालियों में बह जाता था कि पाइप पर टूंटी नहीं होती थी। जनस्वास्थ्य विभाग के जिला सलाहकार रणधीर मताना ने अपनी टीम के साथ करीब 3700 टूंटियां लगाई है। इसके अलावा 7500 घरों में कनेक्शन भी वैध किए हैं। जिससे प्रतिदिन करीब 4 लाख लीटर पानी बच रहा है।
जागरण संवाददाता, जींद : सालभर पहले तक जिले के 141 गांवों में रोज लाखों लीटर पानी सिर्फ इसी कारण नालियों में बह जाता था कि पाइप पर टूंटी नहीं होती थी। जनस्वास्थ्य विभाग के जिला सलाहकार रणधीर मताना ने अपनी टीम के साथ करीब 3700 टूंटियां लगाई है। इसके अलावा 7500 घरों में कनेक्शन भी वैध किए हैं। जिससे प्रतिदिन करीब 4 लाख लीटर पानी बच रहा है।
गांवों में स्वच्छ और पर्याप्त पेयजल सप्लाई के लिए जनस्वास्थ्य विभाग ने अभियान छेड़ा हुआ है। इसकी अगुआई जिला सलाहकार रणधीर मताना कर रहे हैं। दैनिक जागरण से बातचीत में मताना ने बताया कि उनकी टीम अभी तक जिले के 141 गांवों का सर्वे पूरा कर चुकी है। इस दौरान यह पाया कि गांवों में ज्यादातर पानी की पाइपों पर टूंटियां नहीं हैं। इस कारण जब भी पानी की सप्लाई आती है कि लाखों लीटर पानी नालियों में बर्बाद हो रहा है। एक टूंटी लगाने से हर रोज के करीब 200-250 पानी की बचत हुई है और जिन घरों तक पानी नहीं पहुंचता था वहां सप्लाई सुनिश्चित हुई है।
10 जनवरी से 80 सक्षम के साथ दोबारा सर्वे शुरू कर रहे हैं और सितंबर तक जिले के हर गांव को कवर कर दिया जाएगा। मताना ने बताया कि अब तक 33 लाख रुपये बिजली कनेक्शन और 22 लाख रुपये बिल के रूप में राजस्व इकट्ठा हो चुका है। मताना ने कहा कि उनकी टीम गांवों में लोगों को पानी का महत्व बता रही है। टूंटी पर प्लास्टिक की पाइप लगाकर भैंसों को नहलाने के केसों में भी कमी आई है। विद्यार्थियों को पानी का महत्व बताया है, जिससे वे घरों में अपने परिजनों को समझा रहे हैं।