दो योजनाओं पर समीक्षा के ब्रेक
मोहन भारद्वाज, जींद बृहस्पतिवार को संसद में पेश किए गए रेल बजट से बहुत उम्मीद थी। रेल मंत्री सुरे
मोहन भारद्वाज, जींद
बृहस्पतिवार को संसद में पेश किए गए रेल बजट से बहुत उम्मीद थी। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने अपने पहले रेल बजट में नई घोषणा करने की बजाय पुरानी घोषणाओं की समीक्षा करने की घोषणा कर फिलहाल पाइप लाइन में पड़ी जींद की दोनों योजनाओं पर समीक्षा के ब्रेक लगा दिया है।
इसके साथ ही प्रदेश की राजनीतिक राजधानी कहे जाने वाले जींद में औद्योगिक विकास के साथ-साथ विकास को गति मिलने की उम्मीदें को धक्का लगा है।
केंद्र में मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद अपने पहले सत्र में जींद-हांसी रेलवे लाइन का सर्वे करवाने की घोषणा हुई थी। नरवाना-पटियाला रेल मार्ग का निर्माण भी पिछले करीब डेढ़ दशक से सर्वे पर अटका हुआ है। खुद रेल मंत्री के हरियाणा से होने तथा केंद्रीय कैबिनेट में हरियाणा की मजबूती विशेष चौ. बीरेंद्र सिंह के पास ग्रामीण विकास जैसा भारी-भरकम मंत्रालय होने के चलते इस बार रेल बजट में जींद की दोनों योजनाओं को हरी झंडी मिलने की उम्मीद थी, परंतु रेल मंत्री ने नई घोषणा करने की बजाय पुरानी घोषणाओं की समीक्षा का एजेंडा पेश कर एक ही झटके में उम्मीदों को झटका दे दिया।
--------------
30 किलोमीटर से बनता नया नेटवर्क
रेलवे के दृष्टिकोण से भले ही जींद-हांसी के बीच करीब 30 किलोमीटर की दूरी हो, परंतु प्रदेश में इससे रेलवे नेटवर्क की नींव को मजबूती मिलती। जींद-हांसी रेलवे लाइन के निर्माण से होने से जींद-रेवाड़ी वाया हांसी, बवानीखेड़ा, भिवानी-रेवाड़ी, हिसार-सोनीपत वाया हांसी, जींद, सोनीपत, हिसार-पानीपत वाया हांसी, जींद, हिसार-फिरोजपुर वाया हांसी, जींद, बठिंडा, फिरोजपुर, हिसार-चंडीगढ़ वाया हांसी, जींद, कुरुक्षेत्र, अंबाला, चंडीगढ़ से जुड़ जाएगा।