करीम मोहम्मद के लिए यशपाल शर्मा ने एक ही ड्रेस में गुजार दिए 20 दिन
जागरण संवाददाता, झज्जर : फिल्म लगान, अब तक छप्पन, अपहरण, आरक्षण और गंगाजल जैसी कई बड़ी
जागरण संवाददाता, झज्जर : फिल्म लगान, अब तक छप्पन, अपहरण, आरक्षण और गंगाजल जैसी कई बड़ी फिल्मों में गजब का अभिनय कर चुके यशपाल शर्मा अपने किरदार में उतरने के लिए बड़ी मेहनत करते हैं। पिछले 24 अगस्त को रिलीज हुई फिल्म करीम मोहम्मद के किरदार में ढलने के लिए करीब एक माह तक हिमाचल में रहते हुए बकरवाल समुदाय से जुड़े लोगों की भाषा, बोलचाल का ढंग सीखा। यहां उन्होंने 20 दिनों की पूरी शू¨टग के दौरान एक ही कपड़ा पहना, सोते समय भी वह कपड़ा नहीं बदलते थे और न उसे धुलवाया। क्योंकि वह अपने किरदार में वह विश्वास लाना चाहते थे। यह खास बात उन्होंने जिला मुख्यालय पर आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कही। वे शनिवार को यहां फिल्म की स्पेशल स्क्री¨नग के मौके पर पहुंचे थे।
सामाजिक मुद्दों पर फिल्म बनाएं हरियाणवी कलाकार
यशपाल शर्मा ने कहा कि हमें अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देने चाहिए। पिता-पुत्र के बीच का संवाद मजबूत होने से बेशक ही समाज में अच्छा माहौल बनता है। इस दिशा में सभी को ध्यान देना चाहिए। उन्होंने इस मौके पर हरियाणा सरकार की फिल्म पॉलिसी की सराहना की। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार की इस नई पॉलिसी से हरियाणवी सिनेमा प्रगति की ओर बढ़ेगा और हरियाणवी कलाकारों को भी उनकी कला के प्रति प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने विचार सांझा करते हुए हरियाणवी कलाकारों से अपील करते हुए कहा कि वह गंदगी की बजाय सामाजिक मुद्दों पर फिल्म बनाए। हाल समय में वह प्रख्यात कवि पंडित लख्मी चंद शर्मा के जीवन चरित्र से जुड़ी एक फिल्म बना रहे है जिसकी शू¨टग अगले साल फरवरी-मार्च में शुरू होगी। और यह फिल्म नवंबर 2019 में रिलीज भी होगी। सकारात्मक पहलुओं से सीखते हुए आगे बढें़
झज्जर में हुए स्पेशल शो में बतौर मुख्य अतिथि पहुंची उपायुक्त सोनल गोयल ने फिल्म देखने आए पॉथफाइंडर अकादमी के बच्चों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सिनेमा के माध्यम से जीवन में महत्व रखने वाली अनेक बातें सीखी जा सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन पर आधारित चलो जीते हैं फिल्म का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि यह फिल्म भी विद्यार्थी जीवन के लिए प्रेरणा देने वाली थी। उन्होंने कहा कि पुस्तके, प्रेरक व्यक्तित्व, अच्छी फिल्म, गीत-संगीत व कला-संस्कृति के विभिन्न पहलुओं से उत्पन्न संवेदनाएं, नैतिकता और मूल्य जीवन पर्यत मार्गदर्शक का काम करते हैं। ऐसे में हमें सदैव अपने आस-पास से सकारात्मक पहलुओं से सीखते हुए आगे बढ़ना चाहिए। यह रहे मौजूद
इस अवसर पर समाजसेवी केडी शर्मा पाहसौर, हरियाणवी कलाकार जोगेंद्र कुण्डू, विक्की काजला, चंद्रावल फेम राजू मान, रामपाल बल्हारा, आजाद ¨सह चाहार, महेंद्र कादियान, पाथफाइंडर एकेडमी के निदेशक नरेंद्र यादव, र¨वद्र कुमार, अमित गौतम, अजय गौतम सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। अब तक 18 अवॉर्ड भी जीत चुकी है करीम मोहम्मद निर्माता र¨वद्र राजावत ने बताया कि बाप बेटे की इस कहानी में हर्षित रजावत ने यशपाल शर्मा के बेटे का रोल किया है। आतंकवाद के विरुद्ध संदेश देती यह फिल्म कई फिल्म महोत्सवों में दिखाई और सराही गई है और 18 अवॉर्ड भी अबतक मिल चुके है इस फिल्म को, इसमें यशपाल शर्मा ने बकरियां चराने वाले एक शख्स का रोल किया है। फिल्म में पत्थरबाजी जैसे कई विषय गंभीरता से उठाएं गए हैं।